Adipurush Controversy: दीपिका चिखलिया को भी नहीं पसंद आया सैफ अली खान का लुक, कहा- ‘आस्था से खिलवाड़ नहीं’

रावण लंका का लगे ना कि मुगल की तरह-दीपिका चिखलिया. (फोटो साभार: dipikachikhliatopiwala/Instagram/file)

रावण लंका का लगे ना कि मुगल की तरह-दीपिका चिखलिया.

Adipurush Controversy: दशहरा त्योहार की इन दिनों धूम मची हुई है. जगह-जगह रामलीला खेली जा रही है और राम-रावण के युद्ध को पारंपरिक रुप से दिखाया जा रहा है. त्योहार के मौके पर ‘आदिपुरुष’ (Adipurush) के फिल्ममेकर ने टीजर रिलीज कर हंगामा खड़ा कर दिया है. जब से फिल्म का टीजर जारी हुआ है, तब से रावण और हनुमान कैरेक्टर को लेकर विवाद छिड़ा हुआ है. सोशल मीडिया पर लोग अपनी-अपनी नाराजगी जता रहे हैं. अब दूरदर्शन के जमाने में टेलीकास्ट हुए रामानंद सागर के प्रसिद्ध धारावाहिक ‘रामायण’ की सीता यानी दीपिका चिखलिया (Dipika Chikhilia) ने भी ‘रामायण’ को बेंचमार्क बताते हुए अपनी राय जाहिर की है.

पौराणिक किरदारों को लेकर दर्शकों के मन में एक खास रूपरेखा बनी हुई है. बरसों पहले टेलीकास्ट हुए रामानंद सागर के धारावाहिक ‘रामायण’ के सभी किरदारों ने लोगों के मन में ऐसी जगह बनाई है जिससे लोग अलग किरदार देखना पसंद ही नहीं कर रहे हैं. सैफ अली खान स्टारर ‘आदिपुरुष’ में रावण के किरदार को अलग ढ़ंग से पेश करने पर लोग नाराजगी जता रहे हैं.

‘रामायण’ पर लोगों की भावना देखना जरूरी
सीता के रोल में फेमस हुईं एक्ट्रेस दीपिका चिखलिया ने भी अपनी राय जाहिर करते हुए कहा कि ‘मैं अरविंद त्रिवेदी से कनेक्ट करते रावण को देखती हूं तो जरूर अच्छा नहीं लगता. मैं ये मानती हूं कि किसी किरदार को अपने तरीके से पेश करने की लिबर्टी होती है. अभी टीजर ही आया है, इतनी जल्दी किसी निर्णय पर पहुंचना जल्दीबाजी होगी. किसी भी फिल्म का कॉन्टेंट देखना जरूरी होता है, लेकिन जब बात रामायण की होती है तो लोगों की भावना देखनी भी जरूरी हो जाती है’.

परिवर्तन जरूरी लेकिन आस्था से खिलवाड़ ना हो
दीपिका ने आगे कहा कि ‘लोगों की आस्था उससे जुड़ी होती है. मैंने पब्लिक प्लेस पर जींस पहनकर निकलना लगभग छोड़ ही दिया है, क्योंकि लोग आज भी सीता को पूजते हैं. सैफ अली खान के किरदार रावण की तुलना खिलजी से की जा रही है, रावण श्रीलंका के हैं तो लगना चाहिए, ना कि मुगल जैसा लगना चाहिए. मेरे हिसाब से फिल्म के किरदार को देखना जरूरी है. हालांकि टीजर में महज 30 सेकेंड के लिए दिखे तो मुझे खास समझ नहीं आया, हां बहुत अलग लुक था. मैं मानती हूं कि समय के साथ परिवर्तन जरूरी है लेकिन उतना ही जितना किसी की आस्था से खिलवाड़ ना हो’.