एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार जल्द ही गिर जाएगी क्योंकि यह ‘अवैध’ तरीके से बनी है। आदित्य ठाकरे ठाणे जिले के भिवंडी शहर में तीन दिवसीय ‘शिव संवाद यात्रा’ शुरू होने के मौके पर बोल रहे थे। ठाणे में उनके समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत किया।
हाइलाइट्स
आदित्य के पिता उद्धव ठाकरे की अगुवाई वाली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार पिछले महीने गिर गई थी। दरअसल, शिंदे की अगुवाई में पार्टी के अधिकतर विधायकों ने शिवसेना नेतृत्व के खिलाफ बगावत कर दी थी। उद्धव ठाकरे ने 29 जून को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद शिंदे ने मुख्यमंत्री पद की और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
‘मुझे यकीन है कि सरकारी गिर जाएगी’
युवा सेना के प्रमुख आदित्य ठाकरे ने रैली में कहा, ‘एमवीए सरकार ने राज्य में विकास कार्य किए। लेकिन मौजूदा सरकार की कैबिनेट में सिर्फ दो सदस्य (शिंदे और फडणवीस) हैं। राज्य बाढ़ का सामना कर रहा है, लेकिन इस स्थिति के बीच में, वे (बागी) हमें धमकाने की कोशिश कर रहे हैं। मगर हम ऐसे हथकंडों पर ध्यान नहीं देंगे। मुझे यकीन है कि यह सरकार गिर जाएगी। यह अवैध तरीके से बनी है।’
‘हम छोड़कर जाने वाले शिवसैनिक नहीं’
उन्होंने बागी विधायकों को इस्तीफा देने और फिर से चुनाव का सामना करने की चुनौती दी। आदित्य ठाकरे ने कहा, ‘शिंदे ने तब विद्रोह किया जब मेरे पिता (उद्धव ठाकरे) बीमार थे। उन्हें (शिवसेना के बागियों को) राज्य कैबिनेट में मौका दिया गया, लेकिन उन्होंने धोखा दिया और हमें छोड़ दिया। हमें छोड़कर जाने वाले शिवसैनिक नहीं हैं। वे गद्दार हैं… देखिए, बागी विधायकों की स्थिति क्या है जिन्हें वोट देने के लिए बसों में लाया गया, क्योंकि उन्हें छिपा कर रखा गया था।’
‘बागियों के लिए मातोश्री के दरवाजे हमेशा खुले’
पूर्व मंत्री ने कहा, ‘हमारी सिर्फ इतनी गलती है कि हम राजनीति नहीं कर सके और इसलिए हमें इस स्थिति का सामना करना पड़ा। हमने उन्हें परेशान नहीं किया जो हमारे खिलाफ हैं।’ उन्होंने कहा कि अगर सभी बागी वापस आना चाहते हैं तो ‘मातोश्री’ (ठाकरे परिवार का निजी आवास) के दरवाजे उनके लिए हमेशा खुले हैं।
आदित्य ठाकरे बोले- राजनीतिक नौटंकी चल रही है
आदित्य ने कहा कि राज्य में राजनीतिक नौटंकी और सर्कस चल रहा है और अच्छे लोगों की राजनीति में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हम अच्छे लोग हैं और अच्छी राजनीति करेंगे। वर्ली के विधायक ने कहा कि विद्रोहियों का सिर्फ एक मसला था कि उद्धव ठाकरे और आदित्य ठाकरे विधानमंडल में हैं जिसे वे पचा नहीं पा रहे थे। भिवंडी के बाद, आदित्य ठाकरे का ‘शिव संवाद यात्रा’ के तहत शाहपुर, इगतपुरी, डिण्डोरी और नासिक जाने का भी कार्यक्रम है।