वॉशिंगटन: अमेरिका में अफगान एडजस्टमेंट एक्ट को लेकर बवाल मचा हुआ है। लोगों ने बड़ी संख्या में शामिल होकर अमेरिकी संसद तक इस एक्ट के समर्थन में कैंडल मार्च निकाला है। उनकी मांग है कि अमेरिकी संसद जल्द से जल्द इस एक्ट को पारित कर दे। इस एक्ट के समर्थन अमेरिका में रहने वाले अफगान नागरिकों के अलावा अमेरिकी नागरिक भी कर रहे हैं। इस एक्ट के पारित होते ही अमेरिका में शरण लेने वाले अफगान नागरिकों को काफी सहूलियत मिल जाएगी। इस एक्ट को अमेरिकी कांग्रेस में दोनों पार्टियों के सांसदों की एक संयुक्त समूह ने पेश किया था। इसका उद्देश्य अमेरिका में रहने वाले हजारों अफगान नागरिकों को नागरिकता देना है। अभी तक अफगान नागरिक शरणार्थी के तौर पर अमेरिका में रह रहे हैं, जिन्हें वहां कई तरह की सुविधाएं सिर्फ शरणार्थी होने के कारण नहीं मिल पा रही है।
अमेरिका में 2021 में 80 हजार अफगान शरणार्थी पहुंचे थे
अमेरिकी होमलैंड सिक्योरिटी विभाग के अनुसार, अगस्त 2021 में अफगानिस्तान से अमेरिका की वापसी के बाद से 80,000 से अधिक अफगानों को शरणार्थी के तौर पर लाया गया था। इनमें से अधिकतर लोग मानवीय पैरोल पर अमेरिका आए थे। यह एक फास्ट-ट्रैक सिस्टम था, जिसके जरिए अमेरिकी सैनिकों की अमेरिका से वापसी के बाद वहां सहयोगी के रूप में काम कर रहे अफगानों को बाहर निकाला गया। अमेरिका को डर था कि तालिबान के कब्जे के बाद अमेरिका का साथ देने वाले अफगानों के खिलाफ अत्याचार हो सकता है।
दो साल तक ही अमेरिका में रह सकते हैं अफगान शरणार्थी
मानवीय पैरोल अफगानों को दो साल के लिए अमेरिका में रहने और काम करने की अनुमति देता है। लेकिन, इससे किसी को भी स्थानी निवासी होने का दर्जा नहीं मिल सकता है। इस तरह, यह अमेरिकी सरकार के साथ काम करने वाले अफगानों के लिए (SIV) जैसे कार्यक्रमों से अलग है। अफगान एडजस्टमेंट एक्ट को अमेरिकी कांग्रेस में इस साल अगस्त में पेश किया गया था और इसे वर्तमान सत्र के अंत से पहले वोटिंग के लिए लाया जा सकता है। इसके पास होने पर अफगान शरणार्थियों को अमेरिकी नागरिकता मिलने का रास्ता साफ हो सकता है।
अफगान शरणार्थियों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
अफगान एडजस्टमेंट एक्ट पैरोल के माध्यम से अमेरिका लाए गए अफगानों के लिए स्थायी निवास का मार्ग तैयार करेगा अगर वे कुछ मानदंडों को पूरा करते हैं और अतिरिक्त जांच से गुजरते हैं। यह अफगानिस्तान की महिला टेक्टिकल टीमों, अफगान नेशनल आर्मी स्पेशल ऑपरेशंस कमांड, अफगान वायु सेना और अफगानिस्तान के विशेष मिशन विंग सहित कुछ अतिरिक्त समूहों के लिए विशेष अप्रवासी वीजा को पाने के योग्य भी बनाएगा। बिल अफगानिस्तान में अभी भी विशेष अप्रवासी वीजा पाने योग्य व्यक्तियों की सहायता के लिए एक रणनीति विकसित करने के लिए एक टास्क फोर्स की स्थापना करेगा।
क्या अफगान एडजस्टमेंट एक्ट बिल को समर्थन मिलेगा?
जब पिछले साल अफगानिस्तान पर तालिबान ने कब्जा कर लिया था, तब अफगानों के समर्थन के साथ-साथ दो दशक तक चले युद्ध के दौरान अमेरिका का साथ देने वाले लोगों के साथ खड़े होने का आह्वान किया गया था। कुछ अमेरिकी सांसद अफगान एडजस्टमेंट एक्ट को उस वादे को पूरा करने की दिशा में एक बहुत जरूरी कदम के रूप में देखते हैं। अक्टूबर 2021 के एक सर्वेक्षण में पाया गया कि 72 प्रतिशत अमेरिकियों ने अमेरिका या अफगान सरकारों के साथ काम करने वाले अफगानों को अमेरिका में प्रवेश देने का समर्थन किया और 42 प्रतिशत ने तालिबान शासन में भी जुल्म सहने वाले अन्य लोगों को प्रवेश देने का समर्थन किया।
बाइडेन भी कर चुके हैं अफगान शरणार्थियों को स्थायी वीजा देने की अपील
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कांग्रेस से कहा कि वह मई में अफगानों को स्थायी निवास का मार्ग प्रदान करने के लिए कार्रवाई करे। अप्रवासी अधिकार समूहों ने सांसदों से तेजी से आगे बढ़ने का आग्रह किया है। इंटरनेशनल रेस्क्यू कमेटी, एक मानवीय संगठन जो शरणार्थियों के साथ काम करता है, ने अफगान एडजस्टमेंट एक्ट को अमेरिकी मूल्यों का एक स्पष्ट प्रदर्शन कहा, जबकि अफगान पुनर्वास सहायता समूह 5ive पिलर्स ने कहा कि यह भविष्य में अफगान शरणार्थियों को डिपोर्ट होने के खतरे से बचा सकता है।
क्या अफगान एडजस्टमेंट एक्ट बिल पास होगा?
अफगान एडजस्टमेंट एक्ट के अमेरिकी कांग्रेस से सफलतापूर्वक पास होने की संभावना निश्चित नहीं है। आवेदकों के लिए कठोर सुरक्षा जांच पर जोर देने के बावजूद, यह स्पष्ट नहीं है कि सीनेट में इसे जल्द ही वोटिंग के लिए लाया जाएगा या नहीं। आने के बाद भी यह निश्चित नहीं है कि इसे रिपब्लिकन पार्टी का भी समर्थन हासिल हो जाएगा। रिपब्लिकन ने रक्षा विभाग की एक फरवरी की रिपोर्ट का हवाला दिया है जिसमें पाया गया कि संभावित रूप से महत्वपूर्ण सुरक्षा चिंताओं के बावजूद 50 अफगानों को प्रवेश दिया गया था। नवंबर में अमेरिका में होने वाले मध्यावधि चुनावों में भी अफगान शरणार्थियों को नागरिकता देने का मुद्दा उठ सकता है।