Afghanistan People about India: अफगानिस्तान में 69 फीसदी लोग ऐसे हैं जो भारत को अपना सच्चा दोस्त मानते हैं। एक नए सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है। वहीं दूसरे नंबर पर 22 फीसदी लोग अमेरिका को अपना सच्चा दोस्त मानते हैं। पाकिस्तान इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर है और उसे सिर्फ 10 फीसदी लोग अपना दोस्त मानते हैं।
हाइलाइट्स
- अफगानिस्तान के 69 फीसदी लोग भारत को सच्चा दोस्त मानते हैं
- 22 फीसदी लोग अमेरिका को अपना सच्चा दोस्त बताते हैं
- सबसे करीब होने के बावजूद भी पाकिस्तान को सिर्फ 10 फीसदी अपना दोस्त मानते हैं
ब्रुसेल्स स्थित एक समाचार एजेंसी के मुताबिक आम लोगों की सोच को जानने के लिए एक सर्वे किया गया। इस सर्वे में अफगानिस्तान के अतीत, भविष्य और आकांक्षाओं से जुड़े सवाल पूछे गए। आंकड़ों से पता चलता है कि 67 फीसदी अफगान लोगों का मानना है कि अमेरिका गलत तरीके और कुप्रबंध के साथ अफगानिस्तान से निकला। इस एक्जिट ने पाकिस्तान और चीन को काबुल पर कब्जा करने के लिए तालिबान को प्रोत्साहित करने का मौका दिया।
सबसे ज्यादा मदद करता है भारत
अफगानिस्तान में भारत के सामरिक हित हैं। दोनों देशों के रिश्ते प्राचीन इतिहास से जुड़े हैं और इनके सांस्कृतिक संबंध रहे हैं। 1947 में पाकिस्तान के बनने के बाद भारत और अफगानिस्तान के बीच भौगोलिक रूप से दूरियां आ गई। पाकिस्तान भारत के खिलाफ अफगानिस्तान में अभियान चलाता रहा है, लेकिन अफगानिस्तान के लोगों को इस बात की परख करना आता है कि उनके साथ मुसीबत में कौन खड़ा रहा है। अफगानिस्तान को दक्षिणी एशिया में सबसे ज्यादा दान देने वाला देश भारत है। पूरी दुनिया में भारत अफगानिस्तान की मदद के मामले में पांचवे नंबर पर है।
क्या रहा सर्वे का रिजल्ट
भारत कई तरह से अफगानिस्तान की मदद करता रहा है। अफगानिस्तान की संसद की बिल्डिंग भारत की बनाई हुई है। इसके अलावा अफगानिस्तान के लोगों का भारत में स्वागत होता है और उन्हें मेडिकल सुविधाएं मिलती हैं। बड़ी संख्या में अफगानिस्तान के छात्र भारत के कॉलेज और यूनिवर्सिटी में पढ़ते हैं। हाल ही में बड़ी मात्रा में गेहूं भी भारत ने अफगानिस्तान को भेजा है। सर्वे के मुताबिक 22 प्रतिशत अफगानिस्तान के लोग अमेरिका को अपना सच्चा दोस्त मानते हैं। 10 फीसदी पाकिस्तान, 9 फीसदी रूस, 6 फीसदी सउदी अरब और 4 फीसदी चीन को अपना दोस्त मानते हैं।