40 साल बाद वीरभद्र सिंह के बगैर चुनावी रण में उतरेगी कांग्रेस, जयराम के समक्ष ये चुनौती…

शिमला, 15 अक्टूबर :  हिमाचल की चुनावी रणभेरी में भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर होने की संभावना है। आम आदमी पार्टी भी पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में किस्मत आजमा रही है। भाजपा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी। वहीं कांग्रेस ने मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित नहीं किया है। चार दशक में पहली बार कांग्रेस अपने दिग्गज नेता वीरभद्र सिंह के बगैर चुनाव मैदान में उतर रही है।

छह बार सीएम रहे वीरभद्र सिंह का 86 वर्ष की आयु में पिछले साल निधन हुआ था।  इस चुनाव में हिमाचल में जयराम ठाकुर के समक्ष सत्ता बचाए रखने की चुनौती होगी। दरसल राज्य में पिछले कुछ दशकों से हर बार सत्ता विरोधी लहर के कारण सत्ता में परिवर्तन का ट्रेंड रहा है। ऐसे में सत्ता बचाने के लिए जयराम ठाकुर को सत्ता विरोधी रुझान से पार पाना होगा।

मुख्यमंत्री जयराम हर रैली में दावा कर रहे हैं कि इस बार हिमाचल में रिवाज बदलेगा और भाजपा की दोबारा सरकार बनेगी। इसके लिए भाजपा पीएम मोदी के बार- बार दौरे करवा रही है। पिछले 10 दिनों में मोदी दो बार प्रदेश का दौरा कर चुके हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का गृह राज्य होने के कारण उनकी प्रतिष्ठा भी दांव पर होगी।

उधरविस चुनाव में कांग्रेस पार्टी की कमान संभाल रही दिवंगत वीरभद्र सिंह की पत्नी व सांसद प्रतिभा सिंह की चुनावी कुशलता का इम्तिहान होगा। कांग्रेस हाईकमान ने कुछ माह पहले ही उन्हें पार्टी की राज्य इकाई का अध्यक्ष बनाया है।