सब कुछ ख़त्म होने के बाद सिर्फ़ 100 रुपये से शुरू किया चिप्स बनाना, आज उसका बिज़नेस हिट हो गया है

तमिलनाडु की इलावरासी जयकांत के लिए जीवन संघर्ष से भरा रहा. 45 साल से उनका परिवार केरल में रह रहा है. घर चलाने के लिए मिठाई और नमकीन बनाकर बेचने का काम वो बचपन से कर रही हैं. न्यूज़ 18 की रिपोर्ट के अनुसार, यही वजह थी कि शादी के बाद भी उन्होंने इस काम को जारी रखा. उन्होंने मिठाई और नमकीन बनाकर घरों और दुकानों में बेचना शुरू कर दिया. उनके प्रोडक्ट्स कस्टमर्स को भी ख़ूब पसंद आते उन्हें अच्छे खासे ऑर्डर्स मिल जाते थे.

इलावरसी ने हमेशा एक उद्यमी बनने की कामना की थी. इस बारे में उन्होंने अपने पति और बच्चों के साथ चर्चा की. उन्होंने 50 लाख रुपये का लोन लेने का फ़ैसला किया और त्रिशूर में एक सुपरमार्केट खोला.

hgThe Better India

द बेटर इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दुकान में अच्छा मुनाफ़ा देखा गया क्योंकि इलावरसी ने हलवा, चिप्स, और केक जैसे नमकीन और मिठाइयां बेचीं, जो आम, संतरा, चुकंदर फलों और सब्जियों से बने थे. प्रत्येक बीतते दिन के साथ उनके ग्राहक बढ़ते गए. अपने साथ-साथ वह 50 लोगों को रोज़गार देने में सक्षम थी.

यहां तक सब ठीक चल रहा था, लेकिन एक दिन उनकी दुकान में चोरी हो गयी और वह बुरी तरह से प्रभावित हुईं. इसकी टेंशन में अस्पताल के बिस्तर तक भी जा पहुंची. मगर उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और एक बार फिर खड़े होने का फ़ैसला किया. ये सब आसान नहीं था क्योंकि बैंक ने लोन के पैसे मांगने शुरू कर दिए थे. उन्होंने किसी तरह बैंक को यह भरोसा दिलाया कि वह पैसे चुका देंगी.

Health Benefits Of SnackingRepresentative

उन्होंने फिर से शुरुआत करने की ठानी. 100 रुपये के साथ, चिप्स और स्नैक्स के कारोबार में फिर से शुरुआत की. उसने त्रिशूर रेलवे स्टेशन पर एक हॉट चिप्स स्टॉल खोला, इसे Awathi हॉट चिप्स का नाम दिया. जल्द ही ये हिट हो गया. आज अपने मुनाफ़े के साथ, उन्होंने त्रिशूर में एक, दो नहीं बल्कि चार और स्टॉल शुरू किए. उनके स्टोर में मिठाई, नमकीन, केक और अचार सहित 60 से अधिक उत्पाद मिलते हैं.

इलावरासी ने बेस्ट एंटरप्रेन्योर के लिए 2019 में अंतर्राष्ट्रीय शांति परिषद यूएई पुरस्कार भी जीता है.