केजरीवाल की ओर से माता लक्ष्मी और भगवान गणेश के बाद नोटों पर छत्रपति शिवाजी और बाबा साहेब अंबेडकर की भी एंट्री हो गई है। भाजपा नेता नितीश राणे ने कहा है कि नोटों पर छत्रपति शिवाजी की तस्वीर होनी चाहिए।
भारतीय मुद्रा पर महात्मा गांधी के साथ भगवान लक्ष्मी-गणेश की फोटो की मांग कर अरविंद केजरीवाल ने सियासी बयार को हवा दे दी है। गुजरात चुनाव से ठीक पहले इस मांग पर कांग्रेस से लेकर भाजपा तक हमलावर है। भाजपा जहां इसे केजरीवाल का हिंदुत्व पर यू-टर्न बता रही है तो कांग्रेस नेताओं ने भी विवाद को बढ़ा दिया है।
केजरीवाल की ओर से माता लक्ष्मी और भगवान गणेश के बाद नोटों पर छत्रपति शिवाजी और बाबा साहेब अंबेडकर की भी एंट्री हो गई है। भाजपा नेता नितीश राणे ने कहा है कि नोटों पर छत्रपति शिवाजी की तस्वीर होनी चाहिए। उन्होंने ऐसे नोट की फोटोशॉप तस्वीर भी पोस्ट की है।
कहां से शुरू हुआ विवाद
यह पूरा विवाद आप संयोजक अरविंद केजरीवाल की प्रेसवार्ता से शुरू हुआ। केजरीवाल ने मांग की कि भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी के साथ भगवान लक्ष्मी-गणेश की फोटो होनी चाहिए। अगर उनकी कृपा रही तो भारतीय अर्थव्यवथा मजबूत होगी और डॉलर के मुकाबले रुपये में सुधार होगा। इस दौरान उन्होंने इंडोनेशिया का उदाहरण भी पेश किया।
भाजपा-कांग्रेस ने बोला हमला
केजरीवाल के इस बयान के बाद नोटों पर राजनीति शुरू हो गई। भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने बुधवार को प्रेसवार्ता कर इसे हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने वाले अरविंद केजरीवाल का यू-टर्न बताया। इसके बाद कांग्रेस नेता सलमान सोज ने कहा, अगर नोटों पर भगवान गणेश व माता लक्ष्मी को शामिल करने से समृद्धि आएगी तो इसमें अल्लाह, जीसस व गुरु नानक को भी शामिल करना चाहिए।
अब शिवाजी और बाला साहेब की हुई एंट्री
इस विवाद को शुरू हुए एक दिन भी नहीं बीता था कि भाजपा नेता नितीश राणे इसमें कूद पड़े। उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर शिवाजी की तस्वीर लगा एक फोटोशॉप किया हुआ नोट पोस्ट किया। उस पर लिखा, यह परफेक्ट है। इसके बाद कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने मांग की कि भारतीय नोटों पर बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर होनी चाहिए।