विवादों के बाद इस शख्स ने फिर शुरू की सीएम योगी की पूजा, मुस्लिमों ने की आरती

अयोध्या. उत्तर प्रदेश की राम नगरी अयोध्या में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर एक बार फिर सुर्खियों में है. दरअसल राम जन्मभूमि से करीब 25 किलोमीटर दूर कल्याण भदरसा गांव के मजरे मौर्य के पुरवा में प्रभाकर मौर्य नाम के एस शख्स ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मूर्ति सार्वजनिक क्षेत्र में स्थापित कर पूजा-अर्चना शुरू कर दिया था, हालांकि विवाद के बाद मामला थोड़ा शांत हुआ था. लेकिन प्रभाकर मौर्य जी की पूजा-अर्चना फिर से शुरू हो गई है.

दरअसल सरकारी जमीन पर मंदिर होने के आरोपों के बाद योगी मंदिर का निर्माण कराने वाले प्रभाकर मौर्य ने एक नई व्यवस्था शुरू की है. अब प्रभाकर ने अपने फार्म हाउस पर त्रिपाल लगाकर योगी की एक तस्वीर रख कर पूजा-अर्चना फिर से शुरू कर दी है. हालांकि प्रभाकर मौर्य के चाचा ने प्रभाकर मौर्य पर आरोप लगाते हुए कहा था कि, जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का मंदिर बना है. वह बंजर की जमीन है उसके बाद प्रशासन ने आनन-फानन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मूर्ति हटवा दी थी. लेकिन बिहार के अररिया जिले से अयोध्या पहुंचे लगभग आधा दर्जन से अधिक मुस्लिम समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विधि-विधान पूर्वक पूजा-अर्चना के साथ-साथ आरती भी की.

मुस्लिम समुदाय के लोगों ने की आरती
NEWS 18 LOCAL से बात करते हुए साजिद इकबाल बताते हैं कि, उत्तर प्रदेश के भ्रमण पर अयोध्या आया था और मीडिया के माध्यम से यह पता चला था कि, अयोध्या में योगी जी का एक मंदिर बना है. फिर क्या था हम सभी दर्शन पूजन के लिए यहां पहुंच गए. हमारा सौभाग्य है ऐसे महापुरुष के मंदिर की स्थापना और पूजा करने का मौका मिल पाया है. मुस्लिम समाज के लोगों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की आरती भी की. वहीं मंदिर निर्माण करने वाले प्रभाकर मौर्य बताते हैं कि, जब से मंदिर से मूर्ति हटी है तब से लगातार पूज्य महाराज जी की आरती हम अपने फार्म हाउस पर कर रहे हैं.