हिंडनबर्ग की आंधी के बाद अडानी के लिए एक और बुरी खबर, अब SEBI करेगी रिश्तों की पड़ताल

हिंडनबर्ग ने जो आग लगाई,उसका असर दिखने लगा है। अडानी के शेयरों में गिरावट, कंपनी का मार्केट कैप गिरना, रेटिंग एजेंसियों से झटका और अब सेबी की जांच। सेबी अडानी के एंकर निवेशकों के साथ उनके रिश्ते की जांच करेगा। अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ से जुड़े दो एंकर इनवेस्टर्स के साथ रिश्ते की जांच होगी।

gautam adani
सेबी करेगा निवेशकों से रिश्ते की जांच

नई दिल्ली: अमेरिका की शॉर्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग (Hindenburg) ने अडानी समूह (Adani Group) के लिए ऐसी मुश्किलें खड़ी की, जो थमने का नाम नहीं ले रही है। हिंडनबर्ग की आंधी में अडानी की आधी संपत्ति को उड़ गई, लेकिन मुश्किलों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। जांच एजेंसियों ने अडानी समूह पर निगरानी बढ़ा दी है। रेटिंग एजेंसियों ने कंपनी की रेटिंग निगेटिव कर दी है। इंडेक्स प्रोवाइडर MSCI ने अडानी के शेयरों के फ्री फ्लोट स्टेटस में कटौती कर दी। अब सेबी (SEBI) ने भी इसकी जांच शुरू कर दी।

द इंडियन एक्सप्रेस ने रॉयटर्स के हवाले से खबर लिखी है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बाजार नियामक SEBI अडानी के कुछ निवेशकों के साथ उनके रिलेशन की जांच करेगी। अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ से जुड़े दो एंकर इनवेस्टर्स के साथ संबंधों की जांच अब सेबी ने शुरू कर दी है। सेबी अडानी एफपीओ, जिसे बाद में कंपनी ने वापस ले लिया, उसके दो एंजल इनवेस्टर ग्रेट इंटरनेशनल टस्कर फंड और आयुष्मत लिमिटेड के साथ कंपनी के रिश्तों की जांच की जाएगी। शेयरों की खरीद में किसी भी नियम के उल्लघंन की जांच सेबी ने शुरू कर दी है।

अडानी के एफपीओ में पैसा लगाने वाले ये दोनों ही एंकर निवेशक मॉरीशस में बेस्ड हैं। आपको बता दें कि अडानी समबूह ने 20 हजार करोड़ का एफपीओ जारी किया था। फुल सब्सक्रिप्शन के बावजूद इसे वापस ले लिया गया था। अब सेबी FPO की प्रक्रिया की जांच करेगा । इस बात की जांच की जाएगी कि कहीं एंजल इनवेस्टर्स से उनके कोई रिश्ते तो नहीं या किसी भी तरह का हितों का टकराव तो नहीं है। इतना ही नहीं सेबी एफपीओ को मैनेज करने वाले दस इनवेस्टमेंट बैंकों में से एलारा कैपिटल और मोनार्क नेटवर्थ कैपिटल पर भी नजरें बनाए हुए है। आपको बता दें कि हिंडनबर्ग ने भी अपनी रिसर्च रिपोर्ट में इन दोनों का जिक्र किया था। हिंडनबर्ग ने आरपो लगाया है कि अडानी की एक प्राइवेट एंटिटी में इन दोनों की हिस्सेदारी है। अब सेबी इस बात की भी जांच कर रही है कि कहीं एफपीओ में एलारा और मोनार्क का कोई घालमेल या हितो का टकराव तो नहीं है।