बीती शनिवार की रात (15 अप्रैल) करीब 10 बजे उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में कॉल्विन अस्पताल के पास तीन हमलावरों ने अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी. मीडिया रिपोर्ट्स क अनुसार, ये सब मीडिया के सामने ही हुआ है.
अतीक अहमद की गोली मारकर हत्या
अतीक अहमद को उसके भाई के साथ मेडिकल के लिए रात 10.33 बजे ले जाया जा रहा था तभी भगदड़ मची और पहले अतीक और फिर अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई. रात 10.36 मिनट पर इन दोनों की मौत की पुष्टि हुई है. अतीक और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या के बाद प्रयागराज के कई इलाकों में धारा 144 लागू कर दी गई है.
CM योगी ने हर दो घंटे पर मांगी रिपोर्ट
इस हत्याकांड के बाद राजधानी लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सारे कार्यक्रमों में बदलाव कर दिया है. साथ ही 5 कालिदास मार्ग स्थित मुख्यमंत्री आवास पर किसी के आने-जाने पर रोक लगा दी गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए फील्ड में सतर्कता बरतने और हत्याकांड मामले में हर 2 घंटे की रिपोर्ट देने के लिए कहा है.
इस मामले पर CM योगी का कहना है कि प्रदेश में शांति व्यवस्था बनी रहनी चाहिए. इसमें सभी प्रदेशवासी सहयोग भी कर रहे हैं. आम जनता को किसी प्रकार की परेशानी ना आए इसका ध्यान रखें. उन्होंने आगे कहा कि कानून के साथ कोई भी खिलवाड़ न करे. सीएम योगी ने जनता से अपील की है कि किसी भी अफवाह पर ध्यान ना दें. अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
सोशल मीडिया पर मची हलचल
पूरे प्रदेश समेत देश भर में हलचल पैदा कर देने वाली इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी इससे संबंधित काफी पोस्ट देखी जा रही हैं. ऐसे में पुलिस सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट्स पर नजर रखे हुए है. सोशल मीडिया इस घटना के बाद दो खेमों में बंटा नजर आ रहा है. एक तरफ जहां, बाहुबली गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद की हत्या को सही और प्रदेश के लिए हितकारी बताया जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ इस हत्याकांड के बाद कानून व्यवस्था पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं.
आप भी देखें सोशल मीडिया की जनता इस मामले पर क्या कह रही है:
बता दें कि अतीक और अशरफ की हत्या से दो दिन पहले यानी 13 अप्रैल को यूपी एसटीएफ ने उमेश पाल हत्याकांड में 5 लाख के इनामी असद अहमद और गुलाम मोहम्मद को एनकाउंटर में मारा गिराया था. उमेश पाल हत्याकांड में माफिया अतीक अहमद का बेटा फरार चल रहा था. वह हर बार यूपी एसटीएफ की टीम से बचकर निकल जा रहा था. लेकिन 13 अप्रैल को झांसी में उसका सामना एसटीएफ से हो गया और इसी मुठभेड़ में असद मारा गया.