कार्तिक माह में सूर्य ग्रहण के बाद चंद्र ग्रहण भी, जानें क्या हैं इसके अशुभ संकेत

Surya Grahan 2022: आज साल 2022 का अंतिम सूर्य ग्रहण कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष के प्रारंभ में लगा है, हालांकि इसका सूतक काल अमावस्या तिथि से ही लग चुका है. वहीं शुक्ल पक्ष में ही चंद्र ग्रहण भी लगने वाला है, जो कार्तिक पूर्णिमा को लगेगा. कार्तिक माह के एक ही पक्ष में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण का संयोग बना है. यह धार्मिक दृष्टि से शुभ संकेत नहीं है. इसके कई अशुभ सं​केत हैं, जो हमारे लिए कष्टकारी हो सकते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण के एक ही पक्ष में पड़ने के अशुभ संकेतों के बारे में.

सूर्य ग्रहण 2022 समय
25 अक्टूबर, दिन मंगलवार, समय: शाम 04:28 बजे से लेकर शाम 05:30 बजे तक
पंचांग के अनुसार, कार्तिक अमावस्या आज शाम 04:18 बजे तक है, उसके बाद से कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी. ऐसे में देखा जाए तो सूर्य ग्रहण का सूतक काल अमावस्या में लगा है और ग्रहण प्रतिपदा तिथि में लग रहा है.

चंद्र ग्रहण 2022 समय
08 नवंबर, दिन मंगलवार, समय: शाम 05:32 बजे से शाम 06:18 बजे तक
पंचांग के अनुसार, कार्तिक पूर्णिमा 08 नवंबर को शाम 04:31 बजे तक तक है.

कार्तिक शुक्ल पक्ष में सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण
कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा तिथि में सूर्य ग्रहण लग रहा है और कार्तिक पूर्णिमा को चंद्र ग्रहण लग रहा है. ऐसे में ये दोनों ही ग्रहण शुक्ल पक्ष में लग रहे हैं. आज का खंड सूर्य ग्रहण भारत में ग्रस्तास्त सूर्य ग्रहण के रूप में दृश्य होगा. 08 नवंबर को खग्रास चंद्र ग्रहण भारत में ग्रस्तोदित के रूप में दृश्य होगा.

एक पक्ष में दो ग्रहण के अशुभ संकेत
धर्मशास्त्र के अनुसार, एक पक्ष दो ग्रहण अशुभ घटनाओं को सूचक है. लौकिक कहावत में भी कहा गया है- ‘एक पक्ष दो गहना (ग्रहण), राजा मरे कि सेना (प्रजा).’ कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है कि धर्मिक कृत्यों और मंत्र सिद्धि के लिए तो यह ग्रहण उत्तम हैं, लेकिन पृथ्वीवासियों के लिए ये शुभ नहीं हैं. इसका दुष्प्रभाव युद्ध, महामारी, प्राकृतिक आपदा, दैवीय आपदा आदि के रूप में देखने को मिल सकता है.

यूनिवर्सल समयानुसार, सूर्य ग्रहण का प्रारंभ दोपहर 02:29 बजे से होगा. ग्रह का मध्य काल 04:30 बजे होगा और मोक्ष शाम 06:52 बजे होगा. भारत में सूर्यास्त के कारण सूर्य ग्रहण का मोक्ष दृश्य नहीं होगा. ग्रहण का ग्रासमान 0.861 होगा.