दिल्ली के वर्ल्ड बुक फेयर में बुधवार को एक क्रिश्यन संगठन द्वारा चलाए रहे स्टॉल पर ‘जय श्री राम’ के नारे लगाते हुए लोगों ने जमकर बवाल मचाया और तोड़-फोड़ की. वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.
वायरल वीडयो में देखा जा सकता है एक उत्तेजित भीड़ विश्व बुक फेयर (World Book Fair) में इंजील क्रिश्चियन एसोसिएशन द्वारा लगाए गए ‘द गिडियन्स इंटरनेशनल स्टॉल’ (The Gideons International Stall) के सामने ‘जय श्री राम,’ ‘हर हर महादेव’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए हंगामा कर रहे हैं. यह संस्था लोगों को मुफ्त बाइबिल बांटने का काम करती है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यह घटना बुधवार की दोपहर करीब सवा दो बजे की बताई जा रही है.
द इंडियन एक्सप्रेस को पुलिस ने बताया कि “एक विरोध प्रदर्शन हुआ था, लेकिन कोई किताब नहीं फाड़ी गई थी और कोई हिंसा भी नहीं हुई थी”
अखबार ने यह भी बताया कि प्रदर्शनकारियों ने “मुफ्त बाइबिल बंद करो” ‘मुफ्त बाइबिल का वितरण बंद करो’ के नारे लगाए और संस्था पर लोगों को ईसाई धर्म में परिवर्तित करने का आरोप लगाया. उन्होंने स्टॉल पर कथित तौर पर पोस्टर भी फाड़े.
न्यूज़लॉन्ड्री ने बताया है कि आंदोलनकारी स्टॉल के चारों ओर धरने पर बैठ गए और 20 से 25 मिनट तक जाने से इंकार कर दिया. वे हनुमान चालीसा का पाठ भी करने लगे.
इंडियन एक्सप्रेस ने बताया जब ईसाई संगठन ने विश्व पुस्तक मेले के आयोजकों से शिकायत की, तो उन्हें कथित तौर पर धार्मिक ग्रंथों को मुफ्त में वितरित नहीं करने के लिए कहा गया.
वहीं विश्व हिंदू परिषद के एक प्रवक्ता ने कहा कि यह कोई संगठित विरोध नहीं था. पुस्तक मेले में कई स्टॉल हैं, जो धार्मिक संगठनों द्वारा चलाए जाते हैं. हिंदू, मुस्लिम और सिख समूहों द्वारा चलाए जा रहे स्टॉल भी मुफ्त पैम्फलेट, ग्रंथ और किताबें वितरित करते हैं.
स्टॉल पर एक स्वयंसेवक डेविड फिलिप ने कहा, “उन्होंने हम पर लोगों का धर्मांतरण करने का आरोप लगाया. वे चिल्लाए और हमारे साथ दुर्व्यवहार किया. हम में से एक सिक्योरिटी को कॉल करने गया था, लेकिन उन्हें आने में 25 मिनट लग गए.
न्यूज़लॉन्ड्री को स्टॉल के पास एक जगह की ओर इशारा करते हुए, फिलिप ने कहा कि पुरुष “इस खंड पर बैठ गए और 25 मिनट तक नारेबाजी करते रहे”. उन्होंने कहा, “हम ऐसे लोगों के लिए प्रार्थना करते हैं और उन्हें आशीर्वाद देते हैं” “हम यहां 10 से अधिक वर्षों से स्टॉल लगा रहे हैं. हमने पहले कभी इसका सामना नहीं किया. यह पहली बार है.”