एनओसी लेते समय इमारत में जो व्यवस्थाएं थीं, उनको देखा गया। ऐसे में 50 से अधिक अस्पतालों में कमियां मिली थीं। इसके अलावा होटलों में अग्निकांड की घटनाओं को देखते हुए निरीक्षण किए गए थे।
आर मधुराज अस्पताल में जला पड़ा सामान
हॉस्पिटल और होटलों में अग्निकांड की घटना के बाद अग्निशमन विभाग ने अभियान चलाया था। आग से बचाव के इंतजाम पूरे नहीं होने पर नोटिस जारी किए गए। इंतजाम करने के लिए समय दिया गया। कार्रवाई के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की गई। अब मुख्य अग्निशमन अधिकारी अक्षय रंजन शर्मा का तबादला हो गया है।
शाहगंज स्थित आर मधुराज अस्पताल में दशहरा पर अग्निकांड की घटना हुई थी। इस आग में हॉस्पिटल संचालक राजन, उनकी बेटी सिमरन और बेटा ऋषि की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद आगरा विकास प्राधिकरण, स्वास्थ्य विभाग और अग्निशमन विभाग पर सवाल खड़े किए गए थे। इस पर विभागीय अधिकारियों ने संयुक्त रूप से अभियान चलाया था। हॉस्पिटलों में आग से बचाव के इंतजाम को चेक किया था।
लेते समय इमारत में जो व्यवस्थाएं थीं, उनको देखा गया। ऐसे में 50 से अधिक अस्पतालों में कमियां मिली थीं। इसके अलावा होटलों में अग्निकांड की घटनाओं को देखते हुए निरीक्षण किए गए थे। बड़े होटलों से लेकर छोटे बजट क्लास होटलों में आग से बचाव के इंतजाम प्रर्याप्त नहीं थे। इस पर नोटिस जारी किए गए। तकरीबन 100 हॉस्पिटल और होटलों को नोटिस दिए गए। संबंधित विभाग को जानकारी दी गई। इसके बाद छह होटल और हॉस्पिटल पर कार्रवाई की गई। इसके बाद कार्रवाई ठंडी पड़ गई।
अक्षय रंजन खीरी भेजे गए, देवेंद्र कुमार बने मुख्य अग्निशमन अधिकारी
शासन ने बुधवार को आगरा के मुख्य अग्निशमन अधिकारी अक्षय रंजन शर्मा का तबादला कर दिया। उन्हें लखीमपुर खीरी भेजा गया है। वह तकरीबन चार साल से आगरा में तैनात थे। उनके स्थान पर देवेंद्र कुमार को मुख्य अग्निशमन अधिकारी बनाया गया है। वह गोरखपुर में तैनात थे।