Taj Mahal News : अमेरिकी कम्पनी ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. राजकुमार पटेल को दो पन्ने का लिखित माफीनामा भेजा है। कंपनी के प्रतिनिधि बृहस्पतिवार को कान की मशीन ताजमहल में ले गये थे और उन्होंने वीडियो प्लेटफार्म पर खड़े होकर हाथ में कान की मशीन लेकर फोटो खिंचवाये थे।
आगरा: कान की मशीन का प्रचार करने वाली अमेरिकी कम्पनी (American Company) स्टारकी ने ताजमहल (
Taj Mahal) में उत्पाद के फोटोशूट के लिए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) से माफी मांग ली है। कंपनी ने ताजमहल में व्यावसायिक गतिविधियों पर पाबंदी होने की जानकारी नहीं होने की बात कही है।
कम्पनी ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ. राजकुमार पटेल को दो पन्ने का लिखित माफीनामा भेजा है। कंपनी के प्रतिनिधि बृहस्पतिवार को कान की मशीन ताजमहल में ले गये थे और उन्होंने वीडियो प्लेटफार्म पर खड़े होकर हाथ में कान की मशीन लेकर फोटो खिंचवाये थे।
फोटो खिंचाने से खड़े हुए बड़े सवाल
स्मारक के अंदर उत्पाद के साथ कंपनी के प्रतिनिधियों द्वारा फोटो खिंचाने से बड़े सवाल खड़े हो गये थे। उत्पाद के अंदर पहुंचने से स्मारक की सुरक्षा व्यस्था पर सवाल उठने लगे।
इंटरनेट पर शेयर किया था वीडियो
इस संबंध में अधीक्षण पुरातत्वविद् डॉ.राजकुमार पटेल ने बताया कि उक्त लोग कान में मशीन लगाकर प्रवेश कर गये थे। बाद में वीडियो शूट कर उन्होंने इसे अपने ग्रुप में शेयर कर दिया था, जिसे बाद में इंटरनेट पर प्रसारित कर दिया गया।
पटेल ने कहा कि उन्होंने अपना माफी नामा भेज दिया है। उच्चतम न्यायालय के दिशानिर्देश के मुताबिक ताजमहल में हर तरह की वाणिज्यिक गतिविधि वर्जित है।