18 जून, 2021
छात्रों को दिए कृषि अनुसंधान सेवा परीक्षा की तैयारी के टिप्स
डॉ यशवंत सिंह परमार औदयानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी में आईसीएआर एन॰ए॰एच॰ई॰पी॰ की संस्थागत विकास योजना (आईडीपी) के तहत ‘कृषि अनुसंधान सेवाओं की तैयारी (एआरएस) और एग्रोफोरेस्ट्री में नेट पर एक विशेषज्ञ व्याख्यान आयोजित किया गया था।
यह व्याख्यान डॉ. अरुण कुमार हांडा, प्रधान वैज्ञानिक सह नोडल अधिकारी – आईसीएआर केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान, झांसी द्वारा दिया गया। व्याख्यान वर्चुअल मोड के माध्यम से दिया गया था। यह वेबिनार विश्वविद्यालय द्वारा पूर्व छात्रों द्वारा दिये जा रहे लैक्चर की श्रृंखला के तहत आयोजित किए जा रहे कई वेबिनार का हिस्सा है। वेबिनार में ऑनलाइन मोड के माध्यम से 100 से अधिक छात्रों ने भाग लिया।
डॉ हांडा, जो की नौणी विवि के पूर्व छात्र भी हैं, ने केंद्रीय कृषि वानिकी अनुसंधान संस्थान के बारे में बताया। अपने व्याख्यान में डॉ हांडा ने कृषि अनुसंधान सेवाओं के महत्व, पात्रता, पाठ्यक्रम, परीक्षा के लिए पैटर्न और आईसीएआर में कृषि वानिकी के महत्व जैसे विषयों पर चर्चा की। उन्होंने परीक्षा की तैयारी के लिए उपयोगी टिप्स भी छात्रों से साझा किए। उन्होंने छात्रों से स्मार्ट वर्क करने का आग्रह किया और निर्धारित समय सारिणी के भीतर लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए टाइम टेबल का पालन करने के कई उदाहरण दिए। उम्मीदवारों द्वारा की गई गलतियों और पुराने वर्षों के प्रश्न पत्रों पर भी चर्चा की गई।
वार्ता का संचालन एक्टिविटी इंचार्ज डॉ.एच पी संख्यान ने किया और आईडीपी टीम ने उनका सहयोग दिया। आईडीपी के प्रधान अन्वेषक डॉ केके रैना ने एआरएस परीक्षा पर प्रकाश डालने और प्रतिष्ठित राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में छात्र कैसे सफल हो सकते हैं, इस पर प्रकाश डालने के लिए डॉ हांडा का धन्यवाद दिया।