एम्स बिलासपुर में शुक्रवार से मरीजों को कार्डियोलॉजिस्ट ओपीडी में विशेषज्ञ की सेवाएं मिलना शुरू हो जाएंगी। गुरुवार को ही यहां कार्डियो विशेषज्ञ की तैनाती हो गई है।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) बिलासपुर में शुक्रवार से मरीजों को कार्डियोलॉजिस्ट ओपीडी में विशेषज्ञ की सेवाएं मिलना शुरू हो जाएंगी। गुरुवार को ही यहां कार्डियो विशेषज्ञ की तैनाती हो गई है। कार्डियो ओपीडी में विशेषज्ञ की सुबह 9:00 से शाम 5:00 बजे तक सुविधा मिलेगी। हफ्ते में तीन दिन सोमवार, बुधवार, शुक्रवार को विशेषज्ञ की सेवाएं मिलेंगी। पीएम मोदी ने 5 अक्तूबर को प्रदेश की जनता को एम्स समर्पित किया है। इसके बाद यहां पर गुरुवार से सभी आपात सुविधाएं शुरू हो गई हैं।
किडनी और शुगर के मरीजों समेत कई अन्य विभागों से संबंधित करीब 20 मरीज एम्स में उपचाराधीन हैं। इनमें दमा के आठ, किडनी के चार, दो बच्चे बुखार वाले और अन्य छह मरीज ईएनटी और शुगर के हैं। संस्थान में वीरवार को दो मरीजों का डायलिसिस भी किया गया है। वर्तमान में बिलासपुर एम्स में उपचाराधीन अधिकतर मरीज बिलासपुर के ही हैं। प्रतिदिन एम्स में सभी विभाग की 400 से ज्यादा ओपीडी हो रही है। एम्स के एमएस डॉक्टर दिनेश वर्मा ने कहा कि शुक्रवार से प्रदेश के लोगों को कार्डियोलॉजिस्ट की सेवाएं मिलना भी शुरू हो जाएंगी।
अब चलेंगी 21 ओपीडी
एम्स बिलासपुर में अभी तक 20 ओपीडी चल रही थी। लेकिन शुक्रवार से कार्डियो विशेषज्ञ आने से 21 ओपीडी हो जाएंगी। इसके साथ ही एम्स में न्यूरोलॉजी, जनरल सर्जरी, प्लास्टिक सर्जरी, पीडियाट्रिक सर्जरी, यूरोलॉजी, सीटीवीएस (हृदय बाईपास सर्जरी), मेडिकल ऑन्कोलॉजी (कैंसर संबंधी बीमारी), रेडिएशन ऑन्कोलॉजी (कैंसर थेरेपी), ओबीएस एंड गायनी, डर्मेटोलॉजी (त्वचा विशेषज्ञ), शिशु रोग विशेषज्ञ, नियोनेटोलॉजी (नवजात बच्चों की ओपीडी), नेफ्रोलॉजी (गुर्दे, किडनी संबंधित), सर्जिकल ऑन्कोलॉजी (कैंसर विज्ञान शल्य चिकित्सा), एंडोक्रिनोलॉजी (हार्मोन उत्पन्न करने वाली ग्रंथियों संबंधी), मनोचिकित्सक, हड्डी रोग विशेषज्ञ, जनरल मेडिसिन, ईएनटी, नेत्र विभाग की ओपीडी में विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं मिल रही हैं।