नई दिल्ली: आज भारतीय वायुसेना की 90वीं वर्षगांठ है और इस अवसर पर चंडीगढ़ स्थित वायुसेना स्टेशन में पूरी दुनिया को भारत के आसमानी ताकत का एहसास कराया गया. भारतीय वायुसेना दिवस के इस खास मौके पर इंडियन एयरफोर्स के जवानों के लिए एक नई लड़ाकू वर्दी भी लॉन्च कर दी गई है. वायुसेना प्रमुख वी आर चौधरी ने कहा कि हम वायुसेना की 90वीं वर्षगांठ के अवसर पर कर्मियों के लिए नए पैटर्न की लड़ाकू वर्दी पेश कर रहे हैं.
समाचार एजेंसी एएनआई ने इसकी तस्वीर जारी की है, जिसमें इंडियन एयरफोर्स के सात जवानों को नई कॉम्बैट वर्दी में देखा जा सकता है. अब से वायुसेना के जवान किसी भी ऑपरेशन के दौरान इसी वर्दी को पहनते दिखेंगे. इसे लेकर कहा जा रहा है कि यह न केवल हल्की है, बल्कि बर्फ, पहाड़ों से लेकर रेगिस्तान में दुश्मनों की नजरों को धोखा देने वाली है. इतना ही नहीं, यह आरामदायक और सभी मौसमों के अनुकूल है.
और क्या है खासियत
दरअसल, वायुसेना के जवानों के लिए लॉन्च की गई यह वर्दी पूरी तरह से मेड इन इंडिया है. डिजिटल पैंटर्न की यह यूनिफॉर्म भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन एरिया को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इस यूनिफॉर्म को रेगिस्तान, घने जंगल और हाई अल्टिट्यूड वाले इलाके में होने वाले ऑपरेशन्स को ध्यान में रखकर बनाया गया है. पहनने में नई यूनिफॉर्म पहले की यूनिफॉर्म की तुलना में आसान है, हल्की है. इतना ही नहीं, किसी भी कॉम्बेट ऑपरेशन में इस नई यूनिफॉर्म से खासा आसानी होगी.
हथियार प्रणाली शाखा की स्थापना
गौरतलब है कि भारतीय वायुसेना की 90वीं वर्षगांठ के अवसर पर चंडीगढ़ स्थित वायुसेना स्टेशन में शनिवार सुबह औपचारिक परेड का आयोजन किया गया. वायुसेना प्रमुख एअर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने परेड का निरीक्षण किया, जिसके बाद एक मार्च-पास्ट किया गया. कार्यक्रम में चौधरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने भारतीय वायुसेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली शाखा की स्थापना को मंजूरी दी है. उन्होंने कहा कि आजादी के बाद वायुसेना में पहली बार एक नयी अभियानगत शाखा बनाई जा रही है.
एअर चीफ मार्शल ने दावा किया कि इस शाखा के बनने से सरकार को उड़ान प्रशिक्षण के खर्च में कटौती कर 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की बचत करने में मदद मिलेगी. कार्यक्रम में पश्चिमी वायु कमान के एअर-ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ एअर मार्शल श्रीकुमार प्रभाकरन सहित कई अन्य वरिष्ठ वायुसेना अधिकारी मौजूद थे.
वायुसेना प्रमुख जब आयोजन स्थल पर पहुंचे तो विंग कमांडर विशाल जैन के नेतृत्व में तीन एमआई-17वी5 हेलीकॉप्टरों ने फ्लाई-पास्ट करते हुए भारतीय ध्वज प्रदर्शित किया. सुखना झील परिसर में वायुसेना दिवस के फ्लाई-पास्ट में लगभग 80 सैन्य विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे. यह पहली बार है, जब भारतीय वायुसेना दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) के बाहर अपनी वार्षिक वायुसेना दिवस परेड और फ्लाई-पास्ट का आयोजन कर रही है.