भारतीय वायु सेना 30 सितंबर को मिग -21 स्क्वाड्रन को रिटायर करने जा रही है
नई दिल्ली. भारतीय वायु सेना ( IAF) 30 सितंबर को मिग-21 स्क्वाड्रन को रिटायर करने जा रही है. इस बारे में एक अधिकारी ने बताया कि प्रसिद्ध पायलट विंग कमांडर (अब ग्रुप कैप्टन) अभिनंदन वर्धमान इसका हिस्सा थे. श्रीनगर स्थित नंबर 51 स्क्वाड्रन को ‘स्वॉर्ड आर्म्स’ के नाम से पहचाना जाता रहा है. हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के अनुसार भारतीय वायु सेना मिग-21 लड़ाकू जेट के अपने चार शेष स्क्वाड्रनों में से एक को सेवानिवृत्त करने के लिए तैयार है.
वायु सेना के अधिकारी ने बताया कि अभिनंदन वर्धमान, जिन्हें फरवरी 2019 को नियंत्रण रेखा पर एक पाकिस्तानी F-16 लड़ाकू विमान को मार गिराने के लिए वीर चक्र से सम्मानित किया गया था, उस समय स्क्वाड्रन का हिस्सा थे. 1999 में कारगिल संघर्ष के दौरान स्क्वाड्रन ‘ऑपरेशन सफेद सागर’ का भी हिस्सा था. इससे पहले यह बताया गया था कि IAF ने 2025 तक सभी चार मिग -21 स्क्वाड्रनों को सेवानिवृत्त करने की योजना बनाई है. मिग-21 सोवियत युग का सिंगल-इंजन मल्टीरोल लड़ाकू और जमीन पर हमला करने वाला विमान है. वर्तमान में, IAF के पास लगभग 70 मिग-21 विमान और 50 मिग-29 संस्करण हैं.