एयर इंडिया (Air India) के वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट्स (Wide Body Aircrafts) को पूरी तरह से माडर्न बनाया जाएगा। इसके लिए कंपनी ने 400 मिलियन डॉलर खर्च करने की योजना बनाई है। इसके लिए लंदन की एक कंपनी का चुनाव हुआ है। उम्मीद है कि केबिन (Cabin) को माडर्न बनाने की प्रक्रिया साल 2024 के मध्य तक पूरी हो जाएगी।
नई दिल्ली: कभी आकंठ कर्ज में डूबी कंपनी एयर इंडिया (Air India) के टाटा ग्रुप (Tata Group) में आते ही दिन फिरने लगे हैं। इस समय इसके जहाज समय पर उड़ान भरने में काफी आगे आ गए हैं। इसके केबिन क्रू (Cabin Crew) भी अब कस्टमर फ्रेंडली होने लगे हैं। अब खबर आई है कि कंपनी अपने वाइड बॉडी एयरक्राफ्टों को माडर्न बनाएगी। इसके इंटीरियर्स को आधुनिक बनाने के लिए 400 मिलियन डॉलर करीब 3300 करोड़ रुपये से भी अधिक राशि खर्च किए जाएंगे।
सीट से लेकर इन फ्लाइट इंटरटेनमेंट, सब कुछ बदलेगा
देश की अग्रणी एयरलाइन और स्टार एलायंस सदस्य एयर इंडिया से मिली जानकारी के अनुसार कंपनी ने 27 बोइंग बी787-8 और 13 बी 777 एयरक्राफ्ट के इंटीरियर बदलेगी। बताया जा रहा है कि माडर्नाइजेशन की इस योजना में मौजूदा केबिन इंटीरियर्स का पूरा कायापलट किया जाएगा। मतलब कि पुरानी खटारा सीटों को बदल कर नवीनतम पीढ़ी की आधुनिक सीटें लगाई जाएंगी। चूंकि ये विमान इंटरनेशनल रूट पर चलते हैं, इसलिए इनमें सभी वर्गों में सर्वश्रेष्ठ इन-फ्लाइट इंटरटेनमेंट के भी उपाय किए जाएंगे। केबिन इंटीरियर डिजाइन में सहायता के लिए लंदन स्थित प्रमुख उत्पाद डिजाइन कंपनियों, जेपीए डिजाइन और ट्रेंड वर्क्स को शामिल किया है। उम्मीद है कि माडर्नाइजेशन की यह प्रक्रिया साल 2024 के मध्य तक पूरी हो जाएगी।
प्रीमियम इकोनॉमी केबिन की होगी शुरूआत
अभी तक एयर इंडिया के वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट्स में प्रीमियम इकोनॉमी केबिन नहीं थे। अब टाटा ग्रुप ने दोनों फ्लीट में प्रीमियम इकोनॉमी केबिन की शुरूआत करने का मन बनाया है। इस तरह की व्यवस्था टाटा ग्रुप के एक अन्य एयरलाइंस, विस्तारा, में पहले से ही है। इस केबिन के बन जाने से उन ग्राहकों को फायदा होगा जो बिजनस या फर्स्ट क्लास में सफर करने के लिए जेब ढीली नहीं करना चाहते हैं। उन्हें कम खर्च में ही प्रीमियम सुविधा का आनंद मिलेगा।
फर्स्ट क्लास केबिन भी रहेगा बरकरार
यूं तो विमानों में फर्स्ट क्लास के यात्री बेहद कम होते हैं। तब भी एयर इंडिया के बी 777 वाइडबॉडी एयरक्राफ्ट्स में फर्स्ट क्लास केबिन बरकरार रखा जाएगा। एविएशन इंडस्ट्री के जानकारों का कहना है कि इंटरनेशनल रूट्स पर ढेरों बिग फैट पॉकेट पैसेंजर्स होते हैं, जो कि फर्स्ट क्लास में सफर करना पसंद करते हैं। देश की ध्वजवाहक एयरलाइन होने के कारण एयर इंडिया को भी कुछ विमानों में इस तरह की व्यवस्था करनी होगी।
40 एयरक्रफ्ट्स के केबिन हैं बिलो स्टैंडर्ड
एयर इंडिया के एमडी और सीईओ श्री कैंपबेल विल्सन ने कहा, ‘‘हमारे विहान.एआई परिवर्तन कार्यक्रम के तहत, एयर इंडिया एक विश्व स्तरीय एयरलाइन के अनुरूप प्रोडक्ट और सेवाओं के उच्चतम मानकों को हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है। हम जानते हैं कि वर्तमान में, हमारे 40 वाइड बॉडी एयरक्राफ्ट के केबिन प्रोडक्ट इस मानक से कम हैं। हालांकि यह परियोजना कुछ महीने पहले शुरू हुई थी, पर अब सार्वजनिक रूप से इसकी विधिवत घोषणा करते हुए हमें खुशी का अनुभव हो रहा है। और हमें पूरा विश्वास है कि जब नए बदलाव सामने आएंगे, तो नए इंटीरियर ग्राहकों को खुश करेंगे और एयर इंडिया को एक नई रोशनी में दिखाएंगे। हम रिफिट प्रक्रिया को जितनी जल्दी हो सके तेज करने के लिए भागीदारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं और इस बीच, एकदम नए इंटीरियर के साथ कम से कम 11 नए वाइडबॉडी को पट्टे पर लेने की योजना को अंतिम रूप दे रहे हैं।’’