अकाली दल का भाजपा से अलग होना दुर्भाग्य पूर्ण है यह बात सोलन में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कही | उन्होंने कहा कि अकाली दल एनडीए के साथ मिल कर काफी वर्षों से चल रहा था लेकिन उन्होंने अब एनडीए का साथ छोड़ दिया है | उन्होंने कहा कि कृषि विधेयक कानून को लेकर एनडीए और अकाली दल के विचार नहीं मिले यही कारण है कि आज वह राजनितिक कारणों से अलग हो रहे है | उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने किसानों के हितों के लिए यह क़ानून बनाए है लेकिन विपक्ष भोले भाले किसानों को बरगला कर उन्हें भ्रमित कर रहा है और उनकी नासमझी को हथियार के तौर पर इस्तेमाल करना चाहता है |
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप ने कहा कि अकाली दल एनडीए का महत्वपूर्ण घटक रहा है लेकिन अब उन्होंने एनडीए को छोड़ने का फैसला ले लिया है | क्योंकि वह काफी समय से एनडीए का हिस्सा रहे है इस लिए उनका जाना दुर्भाग्य पूर्ण है | उन्होंने कहा कि अकाली दल आने वाले चुनावों में राजनितिक लाभ लेने के लिए और किसानों को अपने हक में करने के लिए अलग हुआ है | उन्होंने कहा कि इसका प्रभाव हिमाचल की राजनीति में कुछ भी पड़ने वाला नहीं है | उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा किसानों के हितों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए उनके साथ होने वाले शोषण को रोकने के लिए यह विधेयक लाए गए है | लेकिन अकाली दल और कांग्रेस दोनों ही इसका विरोध कर रहे है ताकि वह किसानों को अपने पक्ष में कर सकें | लेकिन किसान बेहद जागरूक है वह उनके बहकावे में आने वाले नहीं है क्योंकि यह विधेयक उनके लिए वरदान साबित होंगे जिसकी वजह से अन्नदाता को उनकी मेहनत का वास्तविक मूल्य मिलेगा वह किसी भी तरह से शोषित नहीं होंगे |