यूपी विधानसभा में सोमवार को बजट पर चर्चा होनी थी। नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव सदन में समाजवाद की कुछ किताबें लेकर पहुंचे थे। मगर, समाजवाद की परिभाषा डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने बताई। इसके साथ ही उन्होंने समाजवादी पार्टी में वसूली की रकम के बंटवारे का कोड भी बता दिया।
दरअसल, शनिवार को अखिलेश यादव ने कहा था कि वह समाजवाद की किताब लाएंगे, ताकि सत्ता पक्ष के लोग इसे पढ़ कर समझ सकें। उन्होंने सोमवार को किताबों का जिक्र तो नहीं किया, लेकिन बजट को ‘बंटवारा’ बताते हुए सरकार पर निशाना साधा।
सदन में नेता प्रतिपक्ष के आरोपों पर सफाई की जिम्मेदारी डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने संभाली। उन्होंने सबसे पहले समाजवाद की परिभाषा समझाई और फिर समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा।
ब्रजेश पाठक बोले- समाजवादी पार्टी का है ‘नकली समाजवाद’
डिप्टी सीएम ने समाजवाद को समझाने के ब्रिटेन के राजनीतिशास्त्री की परिभाषा का जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘समाजवाद ऐसी टोपी है, जिसे कोई भी अपने अनुसार पहन लेता है।’ उन्होंने समाजवादी पार्टी के समाजवाद को नकली बताया।
उन्होंने कहा, ‘जब समाजवादी पार्टी सरकार में आई, तो समाजवाद के विपरीत काम किया। इन्होंने बजट को समाज के बजाय अपने परिवार और अपने लोगों को बांटने का काम किया।’ उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जब समाजवादी पार्टी पर कब्जा करने जा रहे थे, तो नारा लगता था ‘यह जवानी है कुर्बान, अखिलेश भैया तेरे नाम।’ अब यह कुर्बानी गैंग कहां है?
सपा के कोड को सदन में किया डि-कोड
सदन में ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘2022 में जब मुझे विक्रमादित्य मार्ग पर आवास अलॉट हुआ, तो कुछ डायरियां मिली थीं। उनमें लिखा था कि बजट को कहां और कैसे बांटा जाएगा। उन डायरियों में लिखा था ‘G’ पैसे बटोरेगा और ‘S’ को जमा करेगा। वह ‘G’ इतना महत्वपूर्ण था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री की भी नहीं सुनेगा। ‘S’ यह पैसा बटोरेगा और वह ‘A’ के लिए जमा करेगा। मगर, ‘A’ को नकद नहीं देगा। धन बाद में दिया जाएगा।’
बोले- सपा के साथी जानते है कि G,A, M और S कौन हैं
डिप्टी सीएम ने आगे कहा कि ‘R’ नाम का व्यक्ति जमा धन का मैनेजमेंट करेगा- “‘M’ की भूमिका पूरे व्यवस्था के संयोजन की होगी। उन्होंने कहा कि अभी इसको डिकोड नहीं किया है। हमारे साथी जानते होंगे कि G,A, M और S कौन हैं? उन्होंने कहा कि यूपी के विकास के बजाय सपा सरकार में प्रत्येक जिले में दलालों का अड्डा था”।
सपा में बर्खास्त मंत्री के कैबिनेट मंत्री बनाने की कहानी बताई
डिप्टी सीएम ने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग खुलेआम दलाली के अड्डे थे। एक खनन विभाग के मंत्री राज्य मंत्री थे। बर्खास्त हुए थे और 15 दिन बाद उसी विभाग का कैबिनेट मंत्री बना दिया गया था। पैर दबाते हुए तस्वीर समाने आई थी। पूरा पैसा जमा कराने का वादा किया और कैबिनेट मंत्री बना दिए गए। इस तरह समाजवादी पार्टी में लोकतंत्र की धज्जियां उड़ाई गईं।
आरोप लगाया- जमीनों की खरीद में हुआ घोटाला ब्रजेश पाठक ने कहा कि नोएडा की जमीनों को खुलेआम पूरे देश में बेचा गया। वह पैसा सरकारी खाते में नहीं जमा हुआ। सब व्यक्तिगत फंड में जमा हुआ है। जो बिल्डर पैसा नहीं दे पाया, उससे आधी जमीन मांगी गई। इसकी जांच हो जाए, तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।