BRS Rally Telangana: अखिलेश यादव तेलंगाना में आयोजित एक मेगा रैली में शामिल हुए। उनके अलावा इसमें अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, पिनराई विजयन, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा मौजूद थे। इसमें गैर भाजपा दलों ने तीसरे मोर्चे की रणनीति पर विचार किया।
लखनऊ/हैदराबाद: सत्तारूढ़ भारत राष्ट्र समिति (BRS) ने तेलंगाना में बुधवार को खम्मम शहर में एक मेगा रैली आयोजित की। इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के नेता डी. राजा शामिल हुए। यह जनसभा BRS Rally Telangana() इसलिए अहम मानी जा रही थी क्योंकि तेलंगाना राष्ट्र समिति के अपना नाम बदलकर भारत राष्ट्र समिति करने के बाद यह पहली जनसभा थी। इसमें उत्तर भारतीय नेताओं की शिरकत इसे राष्ट्रीय स्वरूप देने के संकेत के रूप में देखी जा रही थी। सबसे अहम बात तो यह रही कि इस रैली में न केवल हिंदी में नारे लगे बल्कि हिंदी में राजनीतिक गाने भी गाए गए।
अखिलेश यादव ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर तंज कसते हुए कहा, ‘भाजपा 399 दिनों के बाद सत्ता से बाहर होगी और 400वें दिन नई सरकार बनेगी।’ उन्होंने दावा किया कि सत्तारूढ़ भाजपा देश को पीछे धकेल रही है और यह समय सभी प्रगतिशील नेताओं के एक साथ आने और देश के विकास के लिए काम करने का है। अखिलेश ने कहा, ‘तेलंगाना के मुख्यमंत्री और बीआरएस अध्यक्ष के. चंद्रशेखर राव ने खम्मम की इस ऐतिहासिक धरती पर इतनी भारी भीड़ इकट्ठी की है और पूरे देश को एक संदेश दिया है।’ उत्तर प्रदेश की जनता भी आखिरकार सत्तारूढ़ भाजपा को खारिज करेगी, इस उम्मीद का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘आज हम इतनी बड़ी संख्या में एकत्र हुए हैं। इस सभा के सामने, मैं कह सकता हूं कि अगर तेलंगाना में भाजपा को खारिज किया जा रहा है, तो उत्तर प्रदेश भी पीछे नहीं रहेगा।’
बुधवार को हुई इस जनसभा में उत्तर और दक्षिण के गैर भाजपा दलों के नेता एक ही मंच पर आए। बीआरएस, आम आदमी पार्टी (आप), समाजवादी पार्टी (सपा) और वाम दलों के नेताओं ने इसके जरिए तीसरे मोर्चे की तैयारियों पर भी चर्चा की। लेकिन सबसे अहम रहा इस सभा में स्वेच्छा से हिंदी नारों और राजनीतिक गानों को शामिल करना। हिंदी का मुद्दा दक्षिण भारत में खासकर तमिलनाडु और तेलंगाना में भावनात्मक हो जाता है।
वहां की राजनीति हिंदी विरोध को आधार बनाकर भाजपा की विचारधारा से टकराती है। लेकिन बुधवार को इसी रैली में किसानों के कल्याण पर तेलंगाना सरकार की योजनाओं के पक्ष में पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए। राज्य में सत्तारूढ़ बीआरएस की बुधवार को यहां पहली सार्वजनिक बैठक में राजनीतिक गीत गूंजते रहे, जिसमें मुख्यमंत्री और पार्टी अध्यक्ष चंद्रशेखर राव की सराहना की गई। बीआरएस के पदाधिकारियों और उत्साही कार्यकर्ताओं की मौजूदगी के बीच बैठक स्थल हिंदी में बनाए गए राजनीतिक गानों से गूंज उठा। पार्टी के कार्यकर्ताओं ने ‘एक दो तीन चार, देश के नेता केसीआर’ की धुन पर तालियां बजाईं। तेलुगु में ‘जय तेलंगाना और जय जय केसीआर’ जैसे नारों से परिचित पार्टी कार्यकर्ताओं ने ‘भाजपा को हटाएंगे, भारत को बचाएंगे’ जैसे नारों के साथ हिंदी गाने सुने। बैठक का मंच गुलाबी रंग में सराबोर था और प्रस्तुति देने वालों को एक ही रंग के कपड़े पहनाए गए थे और उन्होंने मंच पर नेताओं के आने से पहले भीड़ को बांधे रखा। गुलाबी बीआरएस के झंडे का रंग है। ‘अब की बार किसान सरकार’ का नारा लिखा था और इसे मंच पर प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया।
इतना ही नहीं भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की पहली बैठक को संबोधित करते हुए पार्टी प्रमुख राव ने कहा कि अगर लोकसभा चुनाव के बाद 2024 में केंद्र में ‘बीआरएस प्रस्तावित सरकार’ सत्ता में आती है तो देश भर के किसानों को मुफ्त बिजली मुहैया कराई जाएगी। उन्होंने केंद्र की राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम पर तंज कसते हुए कहा, ‘मेक इन इंडिया’ पहल ‘जोक इन इंडिया’ बन गई है। मेक इन इंडिया है, लेकिन (देश में) हर गली में चाइना बाजार हैं।’ उन्होंने कहा कि अगर बीआरएस सत्ता में आती है तो सशस्त्र बलों में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना को समाप्त कर दिया जाएगा।
भविष्य क्या होगा यह तो पता नहीं लेकिन अखिलेश यादव के नेतृत्व में जिस तरह से यूपी में बीजेपी को टक्कर देने की तैयारी चल रही है उसका इस तरह की रैलियों से हौसला ही बढे़गा। अगर दक्षिण और उत्तर की गैर भाजपा पार्टियां अपने मतभेद भुलाकर एक होने की ओर कदम बढ़ाती हैं तो निश्चित ही 2024 का चुनाव रोचक होगा।