‘ऑडी’ कार से आसमान में उड़ रहे एलियन? रहस्यमयी यूएफओ देखकर हर कोई हैरान

'ऑडी' कार से आसमान में उड़ रहे एलियन?
 इन दिनों एलियंस के अस्तित्व को लेकर दुनियाभर में बहस छिड़ी हुई है। एलियन के बारे में आए दिन नई-नई कहानियां सामने आती रहती हैं। दुनिया में एलियंस को लेकर लोगों द्वारा कई अजीबोगरीब दावे भी किए जाते हैं। कुछ लोगों ने एलियन और यूएफओ को देखने का दावा भी किया है। परग्रही जीव को लेकर कई बार हैरान करने वाले दावे किए जाते हैं। क्या ब्रह्मांड में एलियन का अस्तित्व है? इस सवाल का जवाब वैज्ञानिक सालों से तलाश रहे हैं, लेकिन उन्हें अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है। लेकिन आए दिन एलियन और यूएफओ को देखने के दावे किए जाते हैं।

आसमान में नजर आने वाले यूएफओ को लेकर दावा किया जाता है कि ये एलियन के एयरक्राफ्ट (यान) हैं। अभी तक लोगों ने गोल और त्रिभुज के आकार वाले यूएफओ देखने की बाते कही हैं। लेकिन अब एक चौंकाने दावा किया गया है। एक शख्स ने कहा है कि एलियन का यान ऑडी कार की तरह दिखता है। 

'ऑडी' कार से आसमान में उड़ रहे एलियन?

ब्रिटेन के उत्तरी वेल्स में एक चमकीली रोशनी देखी गई, लेकिन सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि इस रोशनी ने अचानक अपने रास्ते को बदल लिया। इसके साथ ही वह आसमान में उछल रही थी। एक गैराज मालिक ने इस वीडियो को रिकॉर्ड किया है जिसका नाम मैथ्यू नोरबरी है। 
'ऑडी' कार से आसमान में उड़ रहे एलियन?
रिकॉर्ड वीडियो को जूम करने पर ऑडी R8 कार की तरह ये रोशनी नजर आ रही थी। वीडियो में साफ दिख रहा है कि रोशनी सामान्य तरीके से आगे बढ़ रही है। इसके बाद अचानक रोशनी तेज रफ्तार से नीचे की तरफ आती है और फिर उछलने लगती है। 
'ऑडी' कार से आसमान में उड़ रहे एलियन?
क्या उल्कापिंड था?
मैथ्यू का कहना है कि शुरुआत ऐसी प्रतीत हुआ कि कोई उल्कापिंड है, लेकिन जब यह उछलने लगा तो हैरानी हुई और यह नहीं समझ में आया कि आखिर यह क्या है। उनका कहना है कि पहली ऑडी के आकार किसी आकृति को आसमान में उड़ते हुए देखा। एक रिपोर्ट के मुताबित, उल्कापिंड सभी दिशाओं में यात्रा करने में सक्षम होते हैं। इसके साथ ही धरती का गुरुत्वाकर्षण उन्हें सीधे अपनी तरफ खींच सकता है। 
'ऑडी' कार से आसमान में उड़ रहे एलियन?

अंतरराष्ट्रीय उल्का संगठन का कहना है कि हर दिन धरती के वायुमंडल में हजारों उल्कापिंड आते हैं। लेकिन आसामान ने आग के गोले वाले उल्कापिंड को गिरते देखना बेहद दुर्लभ है। ज्यादातर उल्कापिंड महासागरों या न के बराबर इंसानी आबादी वाले क्षेत्रों में गिरते हैं। कई उल्कापिंड दिन में भी गिरते हैं, लेकिन हम नजर नहीं आते हैं।