बिलासपुर जिले की बंदला धार में निर्माणाधीन हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज में जुलाई से सभी कक्षाएं शुरू कर दी जाएंगी। पहले सत्र में प्रथम वर्ष की कक्षाएं बैठाई गई थीं। इसका कारण अन्य कक्षाओं के लिए ढांचा, विद्यार्थियों के रहने के लिए आवास और लैब नहीं होना था। अब कॉलेज का करीब 90 फीसदी कार्य पूरा हो चुका है। कॉलेज छात्रावास पहले ही कंपनी कॉलेज प्रबंधन को सौंप चुकी है। अब 15 जून तक छात्रावास भी कंपनी प्रबंधन को सौंप देगी।
प्रथम वर्ष के अलावा कॉलेज की अन्य कक्षाएं नगरोटा बगवां में चलाई जा रही हैं। इस कारण कॉलेज का आधा स्टाफ नगरोटा में है तो आधा बंदला में है। बंदला में प्रथम वर्ष के छात्रों के लिए लैब की सुविधा नहीं है। अब जुलाई से पूरा कॉलेज बंदला शिफ्ट होने के बाद कॉलेज की लैब भी यहां शुरू होगी। कॉलेज का शुभारंभ पीएम मोदी उस समय करेंगे, जब वे एम्स का लोकार्पण करेंगे। हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज बंदला पर अब 180 करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले कॉलेज पर 125 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य था। अब 55 करोड़ रुपये लागत बढ़ गई है। 180 करोड़ में से 140 करोड़ रुपये निर्माण कार्य पर खर्च होंगे।
25 करोड़ से कॉलेज में अध्ययन करने के लिए स्थापित किए जाने वाले उपकरणों और मशीनरी की खरीद की जा रही है। 15 करोड़ रुपये से मेकेनिकल और कंप्यूटर साइंस इंजीनियरिंग की आगामी शाखा स्थापित होगी। अभी कॉलेज में 511 प्रशिक्षु अध्ययन कर रहे हैं। जब कॉलेज पूरी तरह तैयार हो जाएगा तो हर साल 1,140 प्रशिक्षुओं को दाखिला दिया जाएगा। कॉलेज में अभी सिविल और इलेक्ट्रिकल ट्रेड ही पढ़ाया जा रहा है। कॉलेज पूरी तरह संचालित होने के बाद यहां कंप्यूटर साइंस और मेकेनिकल ट्रेड भी शुरू हो जाएंगे। तकनीकी शिक्षा विभाग के निदेशक विवेक चंदेल ने कहा कि जुलाई में पूरा कॉलेज नगरोटा बगवां से बंदला शिफ्ट कर दिया जाएगा।