ऑस्कर 2023 में भारत ने इतिहास रच दिया है. रिज़ अहमद और एलिसन विलियम्स ने 24 जनवरी को 95वें अकेडमी अवॉर्ड्स के नोमिनेशन्स अनाउंस किए. भारत के लिए गर्व की बात ये रही कि दुनियाभर की 301 फ़िल्मों और डॉक्युमेंट्रीज़ में से RRR, All That Breathes और The Elephant Whisperers जैसी भारतीय फिल्म और दो डॉक्युमेंट्रीज़ को ऑस्कर 2023 के लिए नोमिनेट किया गया.
बेहद मुश्किल रहा All That Breathes का सफर
इनमें से All That Breathes नामक इंडियन डॉक्युमेंट्री के मेकिंग की कहानी खुद में किसी शानदार मूवी जैसी है. तमाम उतार चढ़ाव के बाद ये डॉक्युमेंट्री तैयार हुई और इतिहास रच दिया. शौनक सेन द्वारा निर्देशित All That Breathes एकेडमी अवॉर्ड से पहले कॉन्स फिल्म फेस्टिवल में अपना जलवा बिखेर चुकी है. ऑस्कर में मिले फिल्म की नॉमिनेशन को लेकर इसके प्रोड्यूसर अमन मान ने इस संबंध में खास बातें साझा की हैं.
उन्होंने आजतक को बताया कि इस फिल्म की शुरुआत से ही उन्हें और उनकी टीम को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इनमें सबसे पहली दिक्कत थी कोविड की मार झेलना. बिना बजट के इस फिल्म का पूरा होना किसी सपने जैसा लग रहा था. अमन ने बताया कि, हिम्मत जुटा कर फिल्म तैयार की गई. इसके बाद फिल्म को कान्स में सराहा गया और अब एकेडमी में ऑफिशियल नॉमिनेशन मिला है. उन्होंने बताया कि इस समय वे अपनी खुशी को शब्दों में बयान नहीं कर सकते. उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि ऐसा सच में हो रहा है.
क्रू के नाम पर थे सिर्फ 2 लोग
अपनी इस फिल्म के बनने के सफर के बारे में अमन ने बताया कि, “ये बहुत मुश्किल वक्त था. फिल्म की शुरुआत में क्रू के नाम पर फिल्म के परड्यूसर और डायरेक्टर, कैमरा और एक माइक था. फिल्म के लिए बजट तक नहीं था. इसके बावजूद अमन और शौनक अपने सपने को पूरा करने में जुटे रहे. क्रू के नाम पर बस यही था. बजट के नाम पर हमारे पास कुछ नहीं था. वो हमारा रिसर्च फेज था. उन्होंने तय कर लिया था कि इन भाईयों की कहानी को दुनिया के सामने लाना ही है.
दो भाइयों की है ये कहानी
फिल्म की कहानी के बारे में बात करते हुए अमन ने बताया कि, ये दो भाइयों की कहानी है जो बेसमेंट में रहते हैं. फिल्म में इन दोनों के दिन के काम और रात की जद्दोजहद को क्रिएटिवली सिनेमैटिक रूप दिया गया है. अमन और शौनक को इस बात पर पूरा भरोसा था कि ये कहानी इंट्रेस्टिंग है और अगर इसे लोगों के बीच लाया जाए तो ये कमाल कर जाएगी.
फिल्म की शूटिंग के बारे में अमन ने बताया कि इसमें उन्होंने बहुत ही आम चेहरों को लिया. फुटेज लेकर बाहरी लोगों से संपर्क करने पर इसे अटेंशन मिली और टीम को फाइनैंसियल सपोर्ट भी मिला. फिल्म की पीचिंग फेज में जब वे फंडिंग की तलाश कर रहे थे तो उन्हें मदद मिली. इसके साथ ही फिल्म के लिए एक अच्छी टीम का निर्माण हुआ. उन्होंने बताया कि फिल्म के सिनेमैटोग्राफर जमर्नी से हैं, इस तरह उन्हें एक ग्लोबल लेवल पर कई क्रिएटिव लोग मिले.
फंडर्स ने जताया भरोसा
हालांकि सब कुछ अच्छा होने के बावजूद फिल्म को रोकना पड़ा. कारण था कोरोना, एक समय ऐसा आया जब पूरी टीम को कोविड हो गया था. मार्च के वक्त दिल्ली का बुरा हाल था. तो उस वक्त सभी क्रू मेंबर्स को वापस जाना पड़ा था. कोराना केस कम होने के बाद टीम वापस आई और फिर से फिल्म पर काम शुरू हुआ. इसके बाद भी बहुत से उतार चढ़ाव आते रहे. 2021 में फिल्म के डायरेक्टर शॉनक के पिता अचानक चल बसे. इतनी मुश्किलों के बावजूद फिल्म के फंडर्स और को-प्रॉड्यूसर्स ने टीम पर विश्वास जताया. अमन इसके लिए उन सभी को दिल से धन्यवाद देते हैं.