नई दिल्ली. भारत में कोरोना के मामले भले ही घट गए हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कोरोना ने चिंता पैदा कर दी है. कई देशों में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही इसके नए-नए वेरिएंट्स के सामने आने से कोरोना की नई लहर की आशंका भी बढ़ गई है. हाल ही में भारत में कोरोना के BQ.1, XBB के अलावा ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट BF.7 और BA.5.1.7 वेरिएंट के भी मामले दर्ज किए गए हैं. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यही है कि भारत में दिवाली त्यौहार के साथ ही आगे चलकर शादी-विवाह के सीजन के शुरू होने और भीड़भाड़ के चलते क्या कोरोना संक्रमण की रफ्तार बढ़ सकती है?
इसको लेकर न्यूज 18 हिंदी से बातचीत में नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) के चेयरमैन और कोविड टास्क फोर्स के पूर्व प्रमुख डॉ नरेंद्र कुमार अरोड़ा ने बताया कि भारत में कोरोना के सभी वेरिएंट मौजूद हैं. ऐसा कोई वेरिएंट नहीं है जो किसी अन्य देश में है और यहां नहीं है. हालांकि यहां की जो सबसे अच्छी बात है वह यह कि यहां इतना हंगामा और पैनिक नहीं होता, जितना बाकी जगहों पर है.
नए वेरिएंट कितने घातक, नहीं कहा जा सकता अभी
डॉ. अरोड़ा कहते हैं कि भारत में बहुत अच्छा वैक्सीनेशन हुआ है. यहां के ज्यादातर लोग कोरोना वैक्सीन की दोनों खुराकें ले चुके हैं. वहीं हेल्थकेयर वर्कर्स के अलावा फ्रंटलाइन वर्कर्स और आम लोग भी बूस्टर डोज लगवा चुके हैं. इसके बावजूद यहां सर्विलांस बनाए रखना होगा. जीनोम सीक्वेंसिंग के माध्यम से नए-नए वेरिएंट का पता लगाने के अलावा उन पर नजर रखना जरूरी है. हालांकि नए वेरिएंट कितने खतरनाक हैं, इसके बारे में अभी कुछ भी नहीं कहा जा सकता है. जहां तक अनुमान है तो ये ओमिक्रोन के पहले आए अन्य वेरिएंट की तरह कम घातक भी हो सकते हैं.इस तरह मनाएं दिवाली
इसके अलावा जो बात आम लोगों को ध्यान में रखनी है वह यह है कि कोरोना हम सभी के आसपास ही है. यह कहीं गया नहीं है. इसमें भी नए-नए वेरिएंट आ रहे हैं. हालांकि घबराने या बेचैन होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है. दिवाली का त्यौहार खूब प्रेम से मनाएं लेकिन थोड़ी सी सावधानियां जरूर बरतें. जैसे कि बाहर निकलें तो मास्क जरूर पहनें. लोगों से मिलें जुलें लेकिन सेनिटाइजर या साबुन से हाथ धोने की प्रक्रिया अपनाते रहें. पोषणयुक्त भोजन लें. घर में वेंटिलेशन रखें. कोरोना के किसी भी वेरिएंट को रोकने का प्रमुख बेरियर मास्क ही है. इसलिए मास्क जरूर पहनकर रखें.