कोविड़ 19 महामारी की रोकथाम के लिए जारी दिशानिर्देशों की अनुपालना को सुनिश्चित करने के लिए, डॉ॰ वाईएस परमार औद्यानिकी और वानिकी विश्वविद्यालय, नौणी इस वर्ष उच्च गुणवत्ता वाले समशीतोष्ण फलों की रोपण सामग्री की वार्षिक बिक्री 5 जनवरी से आरंभ करने जा रहा है। इस बिक्री में सिर्फ आवंटन लिस्ट के अनुसार ही किसानों को सीमित संख्या में प्रत्येक दिन पौधे दिए जाएंगे। पहले से अच्छी तरह से प्रचारित की गई अंतिम तिथि के भीतर जिन किसानों ने ऑनलाइन मांग फॉर्म भरकर पौधों के लिए आवेदन किया था,उन्हें विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर जाकर आवंटन सूची में अपने नाम देखने की सलाह दी गई है।
जिन किसानों को 5 और 6 जनवरी को पौधे आवंटित किए जाएंगे उन्हें पहले से ही नियत तारीख पर अपने आवंटित पौधों को इकट्ठा करने के लिए संपर्क किया जा चुका है, जबकि 7 जनवरी के लिए आवंटन सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट (www.yspuniversity.ac.in) पर अपलोड कर दी गई है और इसे www.yspuniversity.ac.in/ download/0701PlantAllotment/ index.html पर देखा जा सकता है।
किसानों को अपने पौधों को लेने के समय आधार कार्ड की एक प्रति के साथ-साथ अपने आवंटन फॉर्म की एक प्रति डाउनलोड करके लाने की सलाह दी गई है।
आवंटन सूची में आवंटित पौधों की संख्या, समय सहित विश्वविद्यालय की नर्सरी के नाम का उल्लेख है जहां से उन्हें यह पौधे एकत्र करने है। विश्वविद्यालय के नौणी स्थित मुख्य परिसर में बीज विज्ञान विभाग, फल विज्ञान विभाग, मॉडल फार्म और कंडाघाट स्थित कृषि विज्ञान केंद्र सोलन में पौधे उपलब्ध करवाए जा रहे हैं। कोविड़ 19 के कारण बड़ी सभाओं से बचने के लिए प्रत्येक नर्सरी में केवल उन किसानों को, जिनके नाम आवंटन सूची में उल्लिखित हैं, में पौधे दिए जाएंगे। आने वाले दिनों के लिए आवंटन सूची विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड की जाएगी।