नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (National Aeronautics and Space Administration, NASA) के जेम्स वेबस टेलिस्कोप (James Webb Telescope) ने अंतरिक्ष में एक हैरतअंगेज़ नज़ारा कैद किया है. जेम्स वेब टेलिस्कोप की मदद से अंतरिक्ष के अनसुलझे रहस्यों को सुलझाया जा रहा है. नासा के सुपर स्पेस टेलिस्कोप ने उस पल को कैमरे में कैद किया जब दो स्पाइरल गैलेक्सीज़ आपस में टकराईं.
दो स्पारइल गैलेक्सीज़ टकराते हुए ऐसे दिखती हैं
Daily Mail की रिपोर्ट के अनुसार इन दो स्पाइरल गैलेक्सीज़ को हम अब टकराते हुए देख रहे हैं लेकिन इनका टकराना 700 मिलियन साल पहले ही शुरू हो चुका था. ये दो गैलेक्सीज़ जिन्हें कलेक्टिवली Arp 220 नाम दिया गया है पृथ्वी से 250 मिलियन प्रकाश वर्ष दूर हैं. ये अल्ट्रा ल्युमिनिस इन्फ़्रारेड गैलेक्सी (Ultra – Luminous Infrared Galaxy, ULIRG) का उदाहरण हैं. पृथ्वी के नज़दीक जो तीन गैलेक्टीक मर्जेज़ हैं Arp 220 उनमें सबसे चमकीले या ब्राइट है.
विस्फोट के बाद निकली 1 ट्रिलियन सूर्य बराबर रौशनी
दोनों स्पाइरल गैलेक्सी के टकराने का या एक दूसरे में मिलने में इतना पावर था, इतनी एनर्जी थी कि 1 ट्रिलियन सूर्यों के बराबर रौशनी निकली. हमारी मिल्की वे गैलेक्सी में 10 बिलियन सूर्यों के बराबर रौशनी या लाइट है. विस्फ़ोट के बाद जाएंट गैलेक्सीज़ का समंदर बन गया. एक दिन मिल्की वे गैलेक्सी भी हमारे पड़ोसी एंड्रोमेडा में फ़्यूज़ हो जाएगा. गौरतलब है कि ये घटना कई बिलियन साल बाद घटना शुरू होगी और प्रक्रिया पूरी होने में 10 बिलियन साल लगेंगे.
पहले भी Arp 220 की तस्वीरें ली गई थी.
Arp 220 इन्फ़्रारेड लाइट में सबसे ज़्यादा चमकता है और इसी वजह से जेम्स वेब इस घटना को कैमरे में कैद करने में सफ़ल हुआ. जब दोनों स्पाइरल गैलेक्सीज़ की मर्जिंग शुरू हुई तब बहुत सारा गैस और डस्ट निकला, जिसके फलस्वरूप एक नए सितारे का जन्म हुआ. इस पैक्ड एरिया में तकरीबन 200 बड़े स्टार क्लस्टर्स हैं. इस छोटे से क्षेत्र में उतना गैस है जितना पूरे मिल्की वे में है.
गौरतलब है कि ये पहला मौका नहीं है जब Arp 220 की तस्वीरें खिंची गई हों. 2002 में हबल टेलिस्कोप ने Arp 220 गैलेक्सीज़ के कोर को डिटेक्ट किया था. वहीं NASA के चंद्र एक्स-रे ऑब्ज़रवेटरी ने Arp 220 गैलेक्सीज़ के सेंटर से क्स-रेज़ भी डिटेक्ट किए थे.
हबल की तस्वीरों से ये पता चला था कि 100 मिलियन साल पहले स्टार फ़ॉर्मेशन पूरी तरह बंद हो गया था. ये दो गैलेक्सीज़ के टकराने की वजह से हो सकता है. इससे ये भी पता चलता है कि Arp 220 अब पोस्ट-स्टारडस्ट स्टेज में है.
नासा के जेम्स वेब स्पेसो टेलिस्कोप को 25 दिसंबर, 2021 को लॉन्च किया गया. मीडिया रिपोर्ट्से के अनुसार 75 हज़ार करोड़ की लागत से ये टेलिस्कोप बनाया गया है. ये टेलिस्कोप अभी सूर्य की परिक्रमा कर रहा है.