नेत्रहीनों के लिए जीवन कठिनाईयों से भरा होता है. कहीं आने-जाने के लिए उन्हें किसी न किसी सहारे की ज़रूरत पड़ती है लेकिन संभव है कि अब ऐसा न हो. अब उनके लिए ऐसा जूता तैयार हो रहा है, जो उन्हें खु़द ब खु़द रास्ता बताएगा.
गांव का बच्चा जिसने बना दिया स्मार्ट जूता
ये कमाल है असम के एक छात्र का. इस छात्र ने नेत्रहीन लोगों के लिए एक ऐसा स्मार्ट शू डिज़ाइन किया है जिसमें सेंसर लगा हुआ है और यही सेंसर दृष्टिबधितों को रास्ता दिखाएगा. इस उपयोगी स्मार्ट शू को डिज़ाइन करने वाला छात्र 9वीं कक्षा में पढ़ता है.
असम के करीमगंज ज़िले के रहन वाले किशोर अंकुरित करमाकर ने ऐसा कमाल कर दिखाया है जो जिसने सबको हैरानी में डाल दिया है. अंकुरित का ये आविष्कार दुनिया को भारतीय हुनर का लोहा मानने पर मजबूर कर सकता है. 9वीं के इस छात्र अंकुरित ने नेत्रहीनों और दृष्टिबाधित लोगों की मदद के लिए सेंसर लगे हुए स्मार्ट शूज तैयार किए हैं.
स्मार्ट शू में लगा होगा सेंसर
यह स्मार्ट शू सेंसर के सहारे काम करेगा. इसमें लगा हुआ बाजार जूते पहनने वाले को रास्ते में आने वाली अड़चनों से बचाएगा. जब भी रास्ते में कोई बाधा दिखाई देगी तो ये बाजार बजने लगेगा. इसकी आवाज सुन कर इस जूते को पहनने वाला आसानी से ये भांप लेगा कि उसके आगे कोई बाधा है और उसे संभाल कर चलना है.
अंकुरित बनना चाहते हैं वैज्ञानिक
अंकुरित ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इस जूते में लगा सेंसर रास्ते में आने वाली बाधा को भांप लेगा और इसके बाद इसका बाजार बजने लगेगा. जिससे कि दृष्टिबाधित लोग इसे आसानी से सुन सकेंगे और सतर्क हो जाएंगे. इसके बाद इस जूते को पहनने वाले शख्स उस बाधा से बचने के लिए अपना रास्ता बदलने का फैसला ले सकेगा.
बता दें कि अंकुरित वैज्ञानिक बनना चाहते हैं और इसी के साथ वह ऐसे और भी उपयोगी उपकरण बनाना चाहते हैं जो लोगों की मदद कर सकें और उनकी जिंदगी को आसान बना सकें.
2022-04-05