अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जेड तारर ने कहा कि यूक्रेन ने अगर युद्ध खत्म करने का फैसला किया तो खुद यूक्रेन खत्महो जाएगा.
नई दिल्ली : (Russia Ukraine War) रूस की परमाणु युद्ध (Nuclear War) की धमकी अमेरिका ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि इसे बर्दाश्त नहीं जाएगा. न्यूज 18 इंडिया के न्यूजरूम में अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जेड तारर ने दो टूक कहा कि रूस की धमकी बिल्कुल गलत है. दुनिया की राजनीति के लिए ऐसी धमकी गलत है. हम समझते हैं कि परमाणु हथियार का इस्तेमाल कभी नहीं होना चाहिए और धमकियों का कोई फायदा नहीं है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता जेड तारर ने कहा कि यूक्रेन ने अगर युद्ध खत्म करने का फैसला किया तो खुद यूक्रेन खत्महो जाएगा. पुतिन को युद्ध खत्म करने का फैसला करना है.
जेड तारर ने कहीं ये प्रमुख बातें..
रूस की धमकी बिल्कुल गलत है. दुनिया की राजनीति के लिए ऐसी धमकी गलत है. हम समझते हैं कि नाभिकीय हथियार का इस्तेमाल कभी नहीं होना चाहिए और धमकियों का कोई फायदा नहीं है. राष्ट्रपति बाइडन ने कहा है कि यह गलत है और अमेरिका खेल नहीं खेलेगा.
रूस की धमकी से डर नहीं है. व्लादिमीर पुतिन को ऊंची आवाज में अमेरिका ने लोकतांत्रिक देशों के साथ मिलकर पैगाम देना है कि यह गलत है और यह बर्दाश्त नहीं होगा. आपको यूक्रेन पर हमला नहीं करना है और गलत है और कानून के खिलाफ है.
न्यूक्लियर और केमिकल हथियार का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए. रूस से खतरा सिर्फ यूक्रेन को नहीं बल्कि अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को खतरा है.
अगर पुतिन ने फैसला लिया कि जंग खत्म करनी है तो युद्ध खत्म होगा, लेकिन यूक्रेन ने फैसला लिया तो यूक्रेन खुद खत्म होगा. युद्ध खत्म करने का फैसला पुतिन को लेना है. पुतिन को लग रहा है कि अब हार रहे हैं और यूक्रेन के फोर्स रूस को पीछे धकेल रहा है.
यूक्रेन अपनी आजादी के लिए लड़ रहा है. पुतिन का यूक्रेन पर हमला NATO बहाना है.
अमेरिका को इस युद्ध को आगे नहीं बढ़ाना हैं. अगर अमेरिका ने फैसला लिया कि अपने कोर्स को यूक्रेन में भेजना है तो यह यूक्रेन के लिए नुकसान होगा और दुनिया के लिए नुकसान होगा और पुतिन के लिए यह ठीक रहेगा, क्योंकि पुतिन युद्ध चाहते हैं.
यूक्रेन को हम हथियार, पैसे और संयुक्त राष्ट्र में सपोर्ट कर रहे हैं. प्रतिबंधों की जहां तक बात है, रूस पर वक्त के अनुसार असर होगा.
प्रधानमंत्री मोदी के बयान पर उन्होंने कहा कि भारत की राजनीति अपनी है. बयान की तारीफ करें या राजनीति ठीक नहीं ये हमारी भूमिका नहीं, लेकिन हम चाहेंगे कि जितने लोकतांत्रिक देश हैं, वो पुतिन को कहें की ये गलत है. जो बाइडन ने कहा है कि जितने भी देश हैं, जो कह रहे यह गलत है, वह सही हैं, क्योंकि अमेरिका भी यही सोचता है और रूस का महत्वपूर्ण साझेदार भारत भी कह रहा है तो ये सही है.
G20 सम्मेलन में जेलेंस्की, पुतिन और बाइडन के शामिल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी G-20 का कार्यक्रम बन रहा है कि कौन शामिल होगा और कौन सी बैठक होगी, लेकिन अमेरिका का मानना है कि जब एक जगह खुले मंच पर बातचीत करते हैं तो फायदा होता है.