Coin Return To Israel: अमेरिका ने इजराइल को एक प्राचीन सिक्का सौंपा है। ये सिक्का रोमन शासन के खिलाफ यहूदियों के विद्रोह से जुड़ा हुआ है। लगभग 20 साल पहले इस सिक्के के बारे में सबसे पहले जानकारी हुई थी। इजरायल और अमेरिका के अधिकारियों की तस्करी से जुड़ी संयुक्त जांच के बाद इसे पाया गया।
वॉशिंगटन: अमेरिका ने 2,000 साल पुराना रोमन शासन के खिलाफ यहूदी विद्रोह से जुड़ा एक सिक्का इजरायल को वापस लौटाया है। तस्करी से जुड़ी एक संयुक्त जांच के बाद ये फैसला लिया गया है। न्यू यॉर्क के मैनहैटन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के कार्यालय के मुताबिक ये सिक्का 69 ईस्वी में ढाला गया था। ये बेहद दुर्लभ है, जिसकी कीमत 10 लाख डॉलर लगभग 8 करोड़ रुपए बताई जा रही है। लगभग 20 साल पहले इजरायल के अधिकारियों को मुखबिरों से सूचना मिली थी कि यरुशलम के दक्षिण में एला घाटी में प्राचीन चीजों के लुटेरों के हाथ ये सिक्का लग गया है।
जांचकर्ताओं का कहना है कि जॉर्डन के रास्ते ब्रिटेन लाने से पहले ये सिक्का ब्लैक मार्केट में आ गया था। फिर एक फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए इसे अमेरिका भेजा गया। 2017 में होमलैंड सिक्योरिटी के अधिकारियों ने कोलोराडो राज्य के डेनवर से ये सिक्का जब्त कर लिया था। यहां इस सिक्के की नीलामी होने वाली थी। मैनहैटन डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी एल्विन एल. ब्रैग जूनियर ने एक बयान में कहा, ‘इसकी जांच से जुड़ी हमारी टीम ने कुछ महीने में ही सिक्के को खोज निकाला था।’ ये सिक्का सांस्कृतिक मूल्य को दिखाता है।
यहूदी क्रांति से जुड़ा है सिक्का छह इस्वी में यहूदियों का इलाका (यहूदिया) रोमन नियंत्रण में आ गया था। आगे चल कर यहूदियों और रोमन साम्राज्य के बीच युद्ध हुआ। सिक्का पहले यहूदी विद्रोह के चौथे वर्ष का है। 66 ईस्वी में विद्रोह शुरू हुआ था, जिसे ग्रेट ज्यूश रिवोल्ट कहा जाता है। रोमन साम्राज ने यहूदिया समेत कुछ इलाकों में चलाने के लिए सिक्के ढालने की अनुमति दी। इज़राइल एंटीक्विटीज़ अथॉरिटी (IAA) ने बताया कि विद्रोही नेताओं ने सम्राट के चेहरे को यहूदी निशानों से ढक दिया और इजरायल में यहूदियों के स्वतंत्रता की घोषणा की।
तीन सिक्के अभी भी ब्लैक मार्केट में IAA ने कहा कि उन्हें एक और सिक्के के बारे में पता है जो 1930 में ब्रिटिश म्यूजियम में रखा गया। लेकिन अनुमान ये भी है कि तीन सिक्के अभी भी ब्लैक मार्केट में हैं। सिक्के को वापस एक समारोह में सौंपा गया, जिसमें वरिष्ठ इजरायली अधिकारी भी शामिल हुए।