अमेरिका रूस के खिलाफ जंग में यूक्रेन को लगातार हथियारों की सप्लाई कर रहा है। चंद दिनों पहले ही अमेरिकी प्रशासन ने कहा है कि वह यूक्रेन को 725 मिलियन डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता देगा। इस बीच अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि हथियारों की सप्लाई के कारण उसके पास खुद के शस्त्रागार खाली होने लगे हैं।
वॉशिंगटन: रूस के खिलाफ जंग में अमेरिकी प्रशासन यूक्रेन को लगातार सैन्य मदद भेज रहा है। पिछले आठ महीनों में ही अमेरिका 18.2 बिलियन डॉलर के हथियार यूक्रेन को दे चुका है। ये हथियार संख्या में इतने ज्यादा हैं, जितना तो दुनिया के कई देशों की सेनाओं के पास नहीं होगा। इस बीच अमेरिकी मीडिया ने दावा किया है कि यूक्रेन को हथियार देते-देते उसके खुल के रिसोर्सेज खत्म होने के करीब आ गए हैं। इस कारण अमेरिकी प्रशासन ने यूक्रेन को हथियार भेजने की रफ्तार को धीमा कर दिया है। अमेरिका अपने शस्त्रागार को इतना बनाए रखना चाहता है, जिससे रूस और चीन से एक साथ निपटा जा सके। ऐसे में अमेरिकी हथियारों के गोदाम में खाली दिख रही जमीन को भरने के लिए सैन्य साजो-सामान निर्माता कंपनियों को बड़े पैमाने पर ऑर्डर देने की भी तैयारी है।
रूस के कारण हथियारों की सप्लाई धीमी कर रहा अमेरिका!
फॉक्स न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने यूक्रेन को आधुनिक हथियारों की डिलीवरी को धीमा करने का फैसला किया है। इसमें HIMARS रॉकेट सिस्टम, मिसाइल डिफेंस सिस्टम, जेवलिन एंटी टैंक मिसाइल, स्टिंगर एयर डिफेंस सिस्टम और M-777 हॉवित्जर शामिल हैं। चैनल ने अमेरिकी कांग्रेस के एक सूत्र के हवाले से बताया है कि रूस के साथ संघर्ष के जोखिम ने भी अमेरिका को हथियारों की आपूर्ति को कम करने के लिए मजबूर किया है। इसके बावजूद डेमोक्रेटिक पार्टी के अधिकतक सांसद यूक्रेन को नए सैन्य सहायता पैकेज प्रदान करने पर अड़े हुए हैं।
अमेरिकी रक्षा मंत्रालय ने यूक्रेन की सहायता का किया वादा
एक दिन पहले ही अमेरिकी रक्षा विभाग के प्रवक्ता पैट्रिक राइडर ने कहा कि वाशिंगटन और उसके सहयोगी यूक्रेन को सैन्य सहायता प्रदान करना जारी रखेंगे, जिसमें कई महत्वपूर्ण हथियारों की सुपुर्दगी भी शामिल है। राइडर ने ट्विटर पर कहा कि हम यूक्रेन को उनके देश की रक्षा के लिए लड़ाई में समर्थन करना जारी रखेंगे। यह संघर्ष के खत्म होने तक जारी रहेगा। राइडर ने कहा कि हम अपने सहयोगियों और भागीदारों के साथ मिलकर यूक्रेन को महत्वपूर्ण युद्धक क्षमता प्रदान करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।