रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने बुधवार को एक राष्ट्रीय संबोधन में कहा कि पश्चिमी देशों की तरफ से जिस तरह से परमाणु हथियारों के प्रयोग की बात कर उनके देश को ब्लैकमेल किया जा रहा है, उन्हें मालूम है कि यह दावा उन पर ही भारी पड़ सकता है। अब पुतिन की इस धमकी के बाद अमेरिका की तरफ से प्रतिक्रिया आई है और इसे अब तक का सबसे बड़ा बयान माना जा रहा है।
\वॉशिंगटन: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बुधवार को जो संबोधन दिया है, उस पर एक अमेरिकी जनरल की तरफ से प्रतिक्रिया आई है। रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल बेन हॉजेस ने कहा है कि अमेरिका, रूस के खिलाफ क्या कदम उठाएगा, इस बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है। लेकिन अगर पुतिन ने यूक्रेन में परमाणु हथियारों का प्रयोग किया तो फिर अमेरिकी सेनाएं काला सागर पर उसकी नौसेना के बेड़े को पूरी तरह से तबाह कर देंगी या फिर क्रीमिया में रूस के सैन्य अड्डों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया जाएगा।
करारा जवाब देंगे बाइडेन
पुतिन ने अपने बयान से दुनियाभर को हैरान कर दिया है। उन्होंने तीन लाख रूसी सैनिकों की तैनाती के आदेश के साथ ही पश्चिमी देशों को चेतावनी दी है। पुतिन ने कहा है कि अगर रूस की अखंडता को खतरा पैदा होगा तो फिर सेनाएं उनके पास मौजूद हर संसाधन का प्रयोग करेंगी। कहा जा रहा है कि शीत युद्ध के बाद यह पहला मौका है जब रूस इतनी भारी तादाद में सैनिक तैनात कर रहा है।
पश्चिमी और नाटो नेताओं के लिए इसे पुतिन की तरफ से दी गई एक चेतावनी के तौर पर देखा है। जनरल हॉजेस ने साल 2014 और 2018 में यूरोप में अमेरिकी सेना को कमांड किया था। उन्होंने इस बात को जोर देकर कहा कि पुतिन, यूक्रेन पर परमाणु हमले के आदेश देंगे, इस बात की संभावना कम है। लेकिन अगर बड़े स्तर पर इस तरह के तबाही फैलाने वाले हथियारों का प्रयोग करते हैं तो फिर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन इसका करार जवाब देंगे।
पुतिन ने लगाया आरोप
बेन हॉजेस ने कहा कि अमेरिका, क्रीमिया में रूस की मिलिट्री को निशाना बना सकता है। इसके अलावा काला सागर पर मौजूद उसकी नौसेना के बेड़ा भी निशाना बन सकता है। लेकिन अगर रूस ने यूक्रेन पर परमाणु हमला किया तो फिर इसके परिणाम तबाही लाने वाले होंगे। उन्होंने कहा कि यूक्रेन की सीमा और रूस के कब्जे वाले काला सागर को अलग करने के लिए यहां मौजूद रूसी सेना के अड्डों को निशाना बनाया जा सकता है। उनके शब्दों में, ‘पुतिन जानते हैं कि अगर रूस ने परमाणु हथियार प्रयोग किए तो फिर अमेरिका को भी जवाब देना होगा।’ पुतिन ने बुधवार को नाटो पर आरोप लगाया है कि वह रूस की सीमा पर सैन्य कार्रवाई की योजना बना रहा है।
क्या कर सकता है अमेरिका
अमेरिका अगर रूस को परमाणु हमले का जवाब देता है तो क्रीमिया के पश्चिमी तट पर स्थित सेवास्तोपोल बंदरगाह पर स्थित नौसैनिक अड्डे पर हमला कर सकता है। इस जगह पर रूस ने साल 2014 में यूक्रेन से अलग कर दिया था और तब से ही इस पर रूसी सेना का कब्जा है। इससे पहले मंगलवार को यूके की तरफ से जानकारी दी गई है कि रूस की नौसेना ने अपनी काला सागर बेड़े में शामिल कुछ पनडुब्बियों को किसी और जगह पर तैनात करना शुरू कर दिया है।
जानकारी में कहा गया है कि रूसी नौसेना ने किलो क्लास की पनडुब्बियों को इस डर से हटाया है कि कहीं यूक्रेन की लंबी दूरी के हथियार उन्हें निशाना न बना दें। मंगलवार को डेली ब्रीफिंग में ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय की तरफ से इस बात के बारे में बताया गया। मंत्रालय ने कहा कि ये पनडुब्बियां निश्चित तौर पर रूस की सीमावाले क्रास्नोदर कराई की तरफ भेजी गई हैं न कि क्रीमिया प्रायद्वीप में सेवस्तोपोल में स्थित रूसी नौसेना के बेस की तरफ इन्हें भेजा गया है।