Andheri East Bypoll Result: उद्धव ठाकरे की कैंडिडेट ऋतुजा लटके से अकेले लड़ा NOTA, हैरान करने वाला आंकड़ा

Rutuja Latke: अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव में उद्धव ठाकरे खेमे ने आरोप लगाया था कि विरोधी नोटा दबाने के लिए लोगों को पैसे बांट रहे थे। इस सीट पर शिवसेना के पूर्व विधायक रमेश लटके का निधन हो गया था। इसके बाद यहां उपचुनाव कराया गया।

मुंबई: मुंबई के अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव (Andheri East Assembly By Election) में शिवसेना उद्धव ठाकरे पार्टी की उम्मीदवार ऋतुजा लटके (Rutuja Latke) ने जीत दर्ज कर ली है। ऋतुजा ने 64 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से जीत दर्ज की है। उनकी बंपर जीत के बीच चर्चा नोटा (NOTA in Andheri East) की ज्यादा हो रही है। दरअसल चुनाव में किसी दल ने प्रत्याशी नहीं खड़ा किया था। लेकिन नोटा पर इस विधानसभा में खूब वोट पड़े। संभवतः यह देश का पहला चुनाव होगा जिसमें किसी उम्मीदवार की जगह लोगों ने नोटा को इतनी बड़ी संख्या में चुना है। हालांकि, नोटा को लेकर बीते कुछ दिनों में अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनाव क्षेत्र में जमकर साजिश के आरोप भी लगे। ऋतुजा लटके के खेमे ने यह आरोप लगाया गया था कि उनके खिलाफ लोगों के बीच में षड्यंत्र रचा जा रहा है। लोगों को इस बात के लिए उकसाया जा रहा है कि वह ऋतुजा लटके की जगह नोटा का बटन दबाएं।

अंधेरी ईस्ट में नोटा को 15 प्रतिशत वोट
ऋतुजा लटके की जीतना पहले से ही तय माना जा रहा था। लेकिन इस चुनाव में नोटा का आंकड़ा हैरान करने वाला है। नतीजों को देखें तो जहां एक ओर शिवसेना उद्धव ठाकरे पार्टी की ऋतुजा को कुल पड़े मतों में से 76 फीसदी से ज्यादा वोट मिले हैं। वहीं नोटा दूसरे नंबर पर है। नोटा को यहां करीब 15 फीसदी (14.8 प्रतिशत) वोट मिले हैं। चुनाव आयोग से मिले आंकड़ों के मुताबिक ऋतुजा को 66530 वोट मिले हैं। वहीं नोटा को 12806 लोगों ने वोट दिया। इसके अलावा दूसरे उम्मीदवार डेढ़ हजार वोटों से आगे नहीं बढ़ सके। यानी ऋतुजा लटके का मुख्य मुकाबला किसी कैंडिडेट से न होकर None of the above यानी नोटा से था।

ANDHERI EAST NOTA

ANDHERI EAST BYPOLL RESULT

नोटा की जांच का मांग
उद्धव ठाकरे की करीबी और पूर्व मंत्री अनिल परब ने कुछ दिनों पहले यह आरोप लगाया था कि अंधेरी पूर्व विधानसभा क्षेत्र में लोगों को ऋतुजा लटके के खिलाफ नोटा का बटन दबाने के लिए उकसाया जा रहा है। परब ने यह दावा किया था कि उनके पास इस संबंध में कुछ ऑडियो और वीडियो क्लिप भी है। जिसमें साफ पता चल रहा है कि नोटा ( उपरोक्त) में से कोई नहीं) दबाने के लिए लोगों पर दबाव बनाया जा रहा है, उन्हें पैसे भी दिए जा रहे हैं। परब ने कहा कि इस क्लिप में रामदास आठवले की पार्टी आरपीआई के कार्यकर्ता दिखाई दे रहे हैं।

उन्होंने यह मुद्दा चुनाव आयोग के साथ-साथ पुलिस विभाग के समक्ष भी उठाया है ताकि इस मामले की जांच हो सके। इस विधानसभा विधानसभा उपचुनाव में मिली जीत उद्धव ठाकरे के लिए एक संजीवनी का काम कर सकती है। अनिल परब ने कहा कि बीएमसी चुनाव में भी इस चुनाव के नतीजे का खासा असर होगा। उन्होंने यह भी कहा कि पहली बार महाविकास अघाड़ी संयुक्त रूप से बीएमसी चुनाव में नजर आएगी।