हिमाचल में पहली बार 6 महीने से 10 साल तक के 11 लाख बच्चों की डिजिटल हीमोग्लोबिनोमीटर के साथ स्क्रीनिंग होगी। यह 3 नवंबर 2022 तक की जाएगी । बच्चों में खून की कमी को रोकने के लिए एक विशेष राज्य विशिष्ट एनीमिया स्क्रीनिंग अभियान शुरू किया गया है। इसमें सरकारी- निजी स्कूलों, आंगनवाड़ी केंद्रों में RBSK टीमों के माध्यम से और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में चिकित्सा अधिकारियों के माध्यम से स्क्रीनिंग की जाएगी |
यह अभियान शिक्षा और महिला एवं बाल विकास विभाग के समन्वय से मनाया जाएगा। इस अभियान की रिपोर्टिंग और निगरानी के लिए विकसित MMSDY के सॉफ्टवेयर एप्लिकेशन वेब पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। अभियान के दौरान मध्यम और गंभीर अनिमिक पाए जाने वाले बच्चों को आयु वर्ग के अनुसार आयरन फोलिक एसिड सिरप और पिंक टैबलेट की चिकित्सीय खुराक दी जाएगी। यह गतिविधि हिमाचल प्रदेश राज्य में बच्चों के स्वास्थ्य, पोषण और कल्याण के बेहतर मानकों को प्राप्त करने में एक मील का पत्थर साबित होगी।
आयरन फोलिक एसिड कवरेज में प्रदेश 8वें स्थान पर
एनीमिया मुक्त भारत स्कोर कार्ड (जून 2022 तक) के अनुसार, आयरन फोलिक एसिड कवरेज में 59.4 प्रतिशत उपलब्धि के साथ हिमाचल प्रदेश 8वें स्थान पर है। जिसका जिक्र AMB इंडेक्स में किया गया है। बच्चों में एनीमिया को रोकने के लिए यह विशेष राज्य विशिष्ट एनीमिया स्क्रीनिंग अभियान शुरू किया गया है। प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) सुभाशीष पांडा ने कहा की बच्चों में खून की कमी को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है ताकि उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जा सके।