आयुष विभाग द्वारा सोलन जिला के धर्मपुर विकास खण्ड में एनीमिया जागरूकता शिविरों की श्रृखंला में आज ग्राम पंचायत चण्डी, बरोटीवाला तथा जाबली में 244 व्यक्तियों की जांच की गई। यह जानकारी जिला आयुर्वेदिक अधिकारी डाॅ. राजेन्द्र शर्मा ने दी।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत चण्डी में 119, ग्राम पंचायत बरोटीवाला में 50 तथा ग्राम पंचायत जाबली में 75 व्यक्तियों की स्वास्थ्य जांच की गई।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य जांच में जिन रोगियों का हीमोग्लोबिन स्तर बहुत कम पाया गया, उन्हें पूरी जांच के लिए परामर्श दिया गया।
डाॅ. राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि इन शिविरों में लोगों को बताया गया कि एनीमिया रोग का पूर्ण निदान सम्भव है तथा उचित पोषाहार के माध्यम से सदैव एनीमिया से बचा जा सकता है। शरीर में रक्त की कमी के कारण एनीमिया होता है।
एनीमिया के कारणों में सबसे प्रमुख कारण शरीर में आयरन की कमी है। जब आपके आहार में लौह तत्व पर्याप्त मात्रा में नहीं होता है, तब व्यक्ति एनीमिया पीड़ित हो जाता है। इसके अलावा अगर किसी भी कारण से शरीर में रक्त की कमी हो जाती है तो भी यह समस्या उत्पन्न होती है। चोट लगने पर खून निकलना, माहवारी या प्रसव में अधिक मात्रा में खून का बहना भी एनीमिया का एक कारण है।
शिविर में लोगों से आग्रह किया गया कि अपने भोजन में नियमित आधार पर फल एवं सब्जियां लें।
इस अवसर पर रोगियों को एनीमिया की निःशुल्क दवाएं भी वितरित की गईं।
डाॅ. राजेन्द्र शर्मा ने कहा कि 03 मार्च को ग्राम पंचायत कसौली गढ़खल के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सनावर, ग्राम पंचायत गनोल के पंचायत घर, ग्राम पंचायत पट्टानाली के पंचायत घर परोल, ग्राम पंचायत गुल्हाड़ी के पंचायत घर, ग्राम पंचायत बुघारकनैता के सामुदायिक केन्द्र बघार घाट तथा ग्राम पंचायत बरोटीवाला के बुरांवाला शिव मंदिर में एनीमिया से जागरूकता के लिए शिविर आयोजित किए जाएंगे।
आज आयोजित शिविरों में आयुर्वेदिक चिकित्सक डाॅ. मंजेश शर्मा, डाॅ. कामिनी, डाॅ. रक्षा, आयुर्वेद विभाग के कर्मचारी वर्धा ठाकुर, लता वर्मा, सोनू, आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता तथा स्थानीय निवासी उपस्थित रहे।