हिमाचल विधानसभा का घेराव करने पहुंच गईं आंगनबाड़ी वर्कर्स, सड़क पर लगाया जाम

हिमाचल प्रदेश विधानसभा का बाहर आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर यूनियन ने जमकर हंगामा किया। सीटू के बैनर तले मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर यूनियन ने विधानसभा का घेराव किया। इस दौरान सड़क पर भी लंबा जाम लग गया। घेराव को देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने पंचायत भवन से विधानसभा तक रैली निकाली। इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, जिस पर पुलिस अधिकारी और माकपा कार्यकर्ता के बीच नोक झोंक भी हुई।माकपा महासचिव कश्मीर सिंह ने बताया कि आंगनवाड़ी कार्यकर्ता जब अपनी मांग को लेकर विधानसभा के बाहर शांति पूर्ण प्रदर्शन करने आए है तो उन्हें रोका जा रहा है। उनका कहना था कि पहले से ही विधानसभा के बाहर प्रदर्शन होता आया है, ऐसे में अब सरकार रोक रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश भर से आंगनबाड़ी वर्कर अपनी मांगों को लेकर यहां शांति पूर्ण प्रदर्शन करने आये है।

इस दौरान आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर यूनियन की अध्यक्ष नीलम जसवाल और महासचिव वीना शर्मा ने कहा केंद्र और प्रदेश सरकार को चेतावनी दी कि अगर आईसीडीएस का निजीकरण किया गया और आंगनबाड़ी वर्करों को नियमित कर्मचारी घोषित नहीं किया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। नई शिक्षा नीति में आइसीडीएस निजीकरण का छिपा हुआ एजेंडा है। इससे भविष्य में कर्मियों को रोजगार से हाथ धोना पड़ेगा।आंगनबाड़ी वर्कर्स और हेल्पर यूनियन प्री प्राइमरी में सौ फीसदी नियुक्ति, नियुक्ति में 45 वर्ष की शर्त खत्म करने, सुपरवाइजर नियुक्ति के लिए भारत के किसी भी मान्यता प्राप्त विवि की डिग्री को मान्य करना, वरिष्ठता के आधार पर मैट्रिक और स्नातक पास की सुपरवाइजर में भर्ती करने, सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष करने की मांग और तीस प्रतिशत बजट कटौती के खिलाफ सड़कों पर उतरी हैं।