पिज़्ज़ा ना खिलाने पर नाराज़ बच्चे पहुंचे शिमला, मात्र 20 मिनट में क्राइम ब्रांच ने ढूंढा

पिज़्ज़ा ना खिलाने पर नाराज़ बच्चे पहुंचे शिमला, मात्र 20 मिनट में क्राइम ब्रांच ने ढूंढा

स्टेट क्राइम ब्रांच हरियाणा ने पंचकूला से 18 घंटे से गुमशुदा दो सगे नाबालिग भाइयों को मात्र 20 मिनट में ही परिवार से मिलवा दिया। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया की पंचकूला के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी सेक्टर 19 से 01.10.2022 को दो नाबालिग भाई घर से बैग में ₹65000 लेकर कहीं चले गए।

बच्चों के गुमशुदा होने की सूचना पुलिस चौकी, सेक्टर 19, पंचकूला में दी गयी। केस की गंभीरता को समझते हुए और मामला छोटे बच्चों से जुड़े होने के कारण चौकी इंचार्ज एस आई राममेहर ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट में कार्यरत एएसआई राजेश कुमार से संपर्क साधा और सारे मामले की जानकारी दी गयी और बताया गया 2 नाबालिग बच्चे घर से कहीं चले गए है और इनका परिवार तलाश करने में मदद की जाए। परिवार वालो की चिंता देखते हुए ए एच टी यु की पंचकूला यूनिट ने बच्चों की जानकारी व फोटो प्राप्त किये और कहा हमें बस थोड़ा सा समय दिया जाये।

पंचकूला टीम द्वारा दोनों बच्चों के फोटो, आस पास के राज्यों के विभिन्न ग्रुप में भेज दिए गए। फोटो के साथ सभी जगह सूचित किया गया की अगर इन बच्चों की जानकारी पाई जाती है तो हमें जल्दी से जल्दी इनकी सुचना दी जाए। इसी दौरान शिमला , हिमाचल प्रदेश के चाइल्ड केयर सेंटर की चेयरपर्सन ने ग्रुप मैसेज प्राप्त करने के बात जानकारी दी कि यह दोनों बच्चे हमारे पास सकुशल है और ओपन सेंटर होम में रह रहे है। यह बच्चे शिमला पुलिस को मिले थे और इनके बैग में लगभग ₹65000 भी रिकवर किये गए हैं।

नाबालिग भाइयों के सकुशल जानकारी मिलते ही यह सुचना चौकी इंचार्ज एस आई राममेहर, सेक्टर 19 को दी गयी। चौकी इंचार्ज ने यह जानकारी परिवार दी और उन्हें स्टेट क्राइम ब्रांच मुख्यालय पहुँचने को कहा। क्राइम ब्रांच मुख्यालय में गुमशुदा बच्चों को वीडियो कॉलिंग के जरिए पिता पवन से बात करवाई और 18 घंटे से लापता बच्चों को मात्र 20 मिनट में सकुशल ढूंढ दिया। जानकारी देने पर पिता पवन ने बताया कि बच्चों ने फोन के द्वारा पिज्जा ऑर्डर किया था, तो उस पर थोड़ा डांट दिया गया था जिसके कारण बच्चे घर के गुल्लक में से लगभग 65000 रुपए निकाल कर बैग में डाल कर चले गए। शिमला चाइल्ड वेलफेयर कमिटी ने परिवार को 4 तारीख को शिमला पहुँचने को कहा है जहाँ बच्चे को परिवार के सुपुर्द कर दिए जाएंगे।