(लक्की शर्मा)-नगर परिषद जोगिंदरनगर क्षेत्र में एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर को शुरू करने हेतु पार्षद अजय धरवाल,ममता कपूर व शीला देवी ने एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर भवन के बाहर धरना दिया इस अवसर पर अजय धरवाल ने कहा की एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर आज एक सफेद हाथी साबित हो रहा है यह भवन वार्ड नो 5 में कई वर्षों से बन कर तैयार है तथा इस में लाखों रूपये के उपकरण भी कई वर्षों से धूल फांक रहें है लेकिन इस को अभी तक पशुपालन विभाग के द्वारा शुरू नहीं किया गया है जिस से की विभाग की नाकामी जगजाहिर हो रही ही। इस एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर के समय से शुरू न होने के कारण इन दिनों आवारा कुतों की संख्या में अत्यधिक वृद्धि हो चुकी है कुतो की अत्यधिक संख्या बढ़ जाने के कारण आम जनमानस में डर व्याप्त है। आम जनमानस अपने बच्चों को अकेले स्कूल भेजने से भी डर रहा है क्यों कि हर समय यह डर लगा रहता है की आवारा कुते बच्चो को काट न लें।
पीछे भी इस प्रकार की आवारा कुतों के द्वारा आम जनमानस को काटने की घटनाएं हो चुकी हैं। प्रदेश सरकार व प्रशाशन से यह मांग है की लाखों रूपये खर्च कर बनाए गए इस भवन व इस में लाखों रूपये से खरीद कर रखी मशीनरी का लाभ आम जनमानस को कूतो की नसबंदी शुरू कर इनकी संख्या को सीमित कर प्रदान किया जाए। यदि पशुपालन विभाग इस एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर को एक सप्ताह में शुरू नहीं करता है तो पशुपालन विभाग के जोगिंदरनगर स्थित संस्थान के बाहर आम जनमानस के हित के लिए पुनः जनता को साथ ले कर धरना दिया जाएगा जिसकी जिमेवारी पशुपालन विभाग की होगी।
इस बारे में पशुपालन विभाग जोगिंदरनगर के चिकित्सक डॉ. दीपक ने जानकारी देते हुए कहा की
एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर पिछले पांच-छह सालों में बन चुका है,उन्होंने कहा कि विभाग की ओर से एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर के लिए इलाज के लिए हमें जरूरी दवाइयों की जरूरत होती है वह हमारे पास नहीं है।
उसके लिए उच्च अधिकारियों ने बजट अभी अप्रूव करवाया था जैसे ही बजट की अप्रूवल मिलती है इस एनिमल बर्थ कंट्रोल सेंटर शुरू कर दिया जाएगा उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त इसमें नगर पंचायत का भी सहयोग अपेक्षित है क्योंकि जो आवारा जानवर हैं उन्हें पकड़ के लाना तथा ऑपरेशन के बाद तीन-चार दिनों तक उनका रखरखाव करना नगर पंचायत की जिम्मेवारी होती है।