Ankita murder case : अंकिता भंडारी मर्डर की जांच कर रही एसआईटी की इंचार्ज ने बताया कि पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टरों की टीम को भी घटनास्थल दिखाया गया। उन्होंने पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट और जांच में मिले सबूतों का मिलान किया तब नतीजे पर पहुंचे।
देहरादून:अंकिता भंडारी हत्याकांड (Ankita Bnadari Case) में अब तक मौके से मिले सबूत और पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के नतीजे दोनों एक ही बात कह रहे हैं। दोनों में कोई विरोधाभास नहीं है। इस मामले की जांच कर रही एसआईटी की इंजार्च डीआईजी पी रेणुका देवी (Ankita murder sit)ने बताया कि डॉक्टरों को घटनास्थल का भी मुआयना कराया गया। इस बीच उत्तराखंड पुलिस ने एसआईटी जांच के बारे में फैलाई जा रही अफवाहों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही है।
डीआईजी पी रेणुका देवी ने कहा, ‘अंकिता मर्डर में अभी तक जो सबूत इकट्ठे हुए हैं वे पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से मेल खा रहे हैं। दोनों के बीच में कोई विरोधाभास नहीं है।’ इस रिपोर्ट के बारे में डॉक्टरों से भी लगातार बात की जा रही है। रेणुका देवी ने आगे बताया, ‘जिन डॉक्टरों के पैनल ने पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तैयार की उन्हें घटनास्थल दिखाया गया। इसके बाद डॉक्टरों से पोस्टमॉर्टम और घटनास्थल पर रिपोर्ट मांगी गईं।’
‘गवाहों, आरोपियों के बयान में कोई अंतर नहीं’
पोस्टमॉर्टम के बारे में डीआईजी ने बताया कि जब डॉक्टरों का पैनल पोस्टमॉर्टम कर रहा था तो उस पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी भी की गई थी। इस घटना से जुडे़ गवाहों और आरोपियों के बयानों के विश्लेषण के बाद पता चला कि उनमें भी एकरूपता है, आपस में कोई विरोधाभास नहीं है
कौन थे ‘वीआईपी’
जब डीआईजी पी रेणुका देवी से पूछा गया कि वनंतरा रिजॉर्ट जहां अंकिता काम करती थीं वहां कौन से ‘वीआईपी’ आते थे, तो उन्होंने बताया कि रिजॉर्ट में काम करने वाले कर्मचारियों से बातचीत के बाद पता चला कि रिजॉर्ट में कमरों की एक अलग कैटिगरी थी। इन्हें टॉप क्लास रूप कहते थे और जो लोग इनमें ठहरते थे उन्हें ‘वीआईपी’ कहा जाता था।
‘अफवाहें न फैलाएं’
पौड़ी के एसएसपी ने इस मामले से जुड़ी एसआईटी जांच पर सवाल उठाने वालों से कहा कि जनता को भ्रमित करना बंद करें वरना उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एसआईटी और स्थानीय पुलिस मिलकर जांच कर रहे हैं जिसमें काफी अहम सबूत मिले हैं।
यह था मामला
उत्तराखंड में अंकिता भंडारी मर्डर केस में एसआईटी आरोपियों से पूछताछ कर रही है। जांच के मुताबिक आरोपी पुल्कित आर्य ने सोची-समझी साजिश के तहत अंकिता की हत्या की थी। ऋषिकेश के वनंत्रा रिजॉर्ट में चलने वाले काले कारनामों के खुलासे और अंकिता भंडारी को जानकारी होने की बात के चलते वारदात को अंजाम दिया। पुल्कित को डर था कि कहीं वह अंकिता की वजह से फंस ना जाए, इसलिए उसने 18 सितंबर को नहर में धक्का देकर मौत के घाट उतार दिया। उसने अंकिता की हत्या को हादसा दिखाने के लिए मोबाइल को आधार बनाया था।
ऋषिकेश के एक रिसॉर्ट में बतौर रिसेप्शनिस्ट काम करने वाली अंकिता भंडारी का शव चीला नगर से बरामद किया गया था। मामले में बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित आर्य समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है। तीनों आरोपियों पर अंकिता भंडारी को नहर में धक्का देकर मार डालने का आरोप है। तीनों ने पुलिस पूछताछ में अपना जुर्म भी कबूल किया है। हालांकि उन्होंने यह दावा किया था कि अंकिता के साथ उनकी मारपीट नहीं हुई थी, जो पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट आने के बाद झूठ साबित हुआ।