नाहन में ‘जय भवानी’ के घोष का ऐलान, देवभूमि क्षत्रिय संगठन को CM की सहमति का इंतजार

हिमाचल प्रदेश देवभूमि क्षत्रिय संगठन व सवर्ण मोर्चा ने 9 मई को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर नाहन के चौगान मैदान में राज्य स्तरीय समारोह का आधिकारिक ऐलान किया है। इसमें समाज के एक लाख लोगों को जुटाने का लक्ष्य रखा गया है। संगठन को मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने की सहमति का इंतजार है।

पत्रकारवार्ता को संबोधित करते रुमित ठाकुर। 

मंगलवार को सिरमौर प्रेस क्लब परिसर में आयोजित पत्रकारवार्ता में संगठन के प्रदेश अध्यक्ष रुमित ठाकुर ने खुलासा करते हुए कहा कि 8 मई को मंत्रोच्चारण से महायज्ञ शुरू होगा। इसकी पूर्णाहुति 9 मई को होगी। रुमित ने कहा कि कैबिनेट मंत्री अनिरुद्ध सिंह राणा की मौजूदगी में संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने 16 मार्च को मुख्यमंत्री से भेंट की थी। मुख्यमंत्री से कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचने का आग्रह किया गया। इसके बाद 12 अप्रैल को कुनिहार में भी सीएम से भेंट की गई थी।

उन्होंने कहा कि संगठन की एकमात्र मांग सवर्ण आयोग का गठन है। रुमित ने कहा कि राज्य में राजपूत व ब्राह्मण कल्याण बोर्ड पहले से ही मौजूद हैं। इनका विलय कर सवर्ण आयोग गठित किया जा सकता है। एक सवाल के जवाब में रुमित का कहना था कि जयराम सरकार के कार्यकाल में संगठन की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश की गई। आयोग के गठन की अधिसूचना का शगूफा छोड़ा गया, ताकि आंदोलन को कुचला जा सके।

रुमित ने कहा कि मुख्यमंत्री प्रदेश का राजा होता है, हम प्रजा है। उम्मीद है कि मुख्यमंत्री महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर न केवल कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे, बल्कि इस पावर अवसर पर आयोग के गठन का भी ऐलान करेंगे। उन्होंने कहा कि राजपूत, ब्राह्मण, वैश्य समाज से ताल्लुक रखने वाले जनप्रतिनिधियों को भी आमंत्रित किया जा रहा है।

रुमित ने बताया कि कार्यक्रम में प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से एक लाख की भीड़ जुटाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री का ऐसा स्वागत किया जाएगा, जो पहाड़ी प्रदेश के इतिहास में न तो हुआ है न ही भविष्य में होगा। उन्होंने हिन्दू जागरण मंच का खास तौर पर आभार भी जताया। रुमित ने बताया कि मंच ने इस बात को लेकर आश्वस्त किया है कि कार्यक्रम में जन सैलाब की सीमा कुछ भी हो, वो खाने की व्यवस्था करेंगे।

राजनीतिक दल के गठन के बारे में पूछे गए सवाल पर रुमित ने कहा कि पिछली सरकार धोखेबाज थी। इसीलिए महज 10 दिन के भीतर ही 29 सीटों पर चुनाव लड़ा गया, ताकि धोखा देने वालों को सत्ता से बाहर रखा जाए। उन्होंने कहा कि संगठन की कोई राजनीतिक मंशा नहीं है, ये तो आम लोगों को ही तय करना होता है कि चुनाव लड़ा जाए या नहीं।

समाज में दरार पैदा होने के प्रश्न पर रुमित ने कहा कि संगठन केवल सवर्ण समाज के लिए कार्य कर रहा है। राजनीतिक दल ही अपनी रोटियां सेंकने के लिए समाज को विभाजित करते हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में आरक्षित सीटों पर भी देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने चुनाव लड़ा। दूसरी जाति के लोग भी मांग को जायज ठहराते हैं।

रुमित ने कहा कि सवर्ण समाज के हितों की रक्षा करने में सक्रिय शख्सियतों में हरियाणा से उकेंद्र राणा, मध्य प्रदेश से जीवन सिंह, दिल्ली से यूएस राणा व कुलदीप तोमर के अलावा उत्तर प्रदेश से भी हस्तियां पहुंचेंगी। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में राजपूताना के गायक आरडी परमार व जीत राजपूत भी विशेष तौर पर अपनी प्रस्तुतियां देंगे। रुमित ने ये भी कहा कि बहुत हुआ….अब रोटी का निवाला छीनने नहीं देंगे। हकों के लिए लड़ाई लड़नी पडे़ तो किसी भी हद तक लड़ेंगे।

पत्रकारवार्ता में जिला प्रभारी लवली चौहान, अनुशासन समिति सदस्य देवराज चौहान, गनोग पंचायत सचिव अजय ठाकुर, जिला महासचिव सुरेंद्र ठाकुर, प्रदेश महासचिव आशीष ठाकुर, हमीरपुर के जिलाध्यक्ष नवीन ठाकुर, सुजानपुर से रणजीत सिंह, हमीरपुर के जिला अध्यक्ष पंकज चंदेल, रेणुका युवा मंडल अध्यक्ष पंवर, जिला उपाध्यक्ष सलिंद्र ठाकुर, रेणुका महिला मोर्चा अध्यक्ष सुनीता राणा के अलावा सदस्य लेखराज ठाकुर, अनूप ठाकुर, संदीप ठाकुर, प्रदीप ठाकुर व रमेश ठाकुर भी मौजूद रहे।