बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक और बाघ की मौत हो गई। वृद्धावस्था इसकी वजह बताई जा रही है। इस साल रिजर्व में अब तक छह बाघों की मौत हो चुकी हैं।
उमरिया जिले के राष्ट्रीय उद्यान बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शनिवार को एक और बाघ की मौत हो गई। विभाग के गश्ती दल को पांच नवंबर की सुबह करीब साढ़े छह बजे धमोखर परिक्षेत्र की बड़वार बीट मे कंदुहाई हार के पास इसका शव मिला था। पार्क प्रबंधन ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही वरिष्ठ अधिकारी तत्काल मौके पर पहुंचे।
संदेह के घेरे मे कार्यप्रक्रिया
इस घटना के बाद नेशनल पार्क के अधिकारियों की कार्यप्रक्रिया एक बार फिर संदेह के घेरे में है। उसका कारण मामले को लेकर उनका रवैया है। धमोखर रेंज में बाघ की मौत के कई घंटे तक इस पर सेंसर लगाकर रखा गया। किसी को भी जानकारी देना तो दूर, शव का फोटो तक जारी नहीं किया गया। दोपहर बाद एक रटी-रटाई स्क्रिप्ट के आधार पर शवदाह के फोटो सहित विज्ञप्ति जारी की गई।
अब तक छह मौतें
इस वर्ष अब तक बांधवगढ़ नेशनल पार्क मे छह बाघों की मौत हो चुकी है। इनमें कम से कम चार की उम्र पांच महीने से पांच साल के बीच थी। इसकी शुरुआत आठ जनवरी 2022 को हुई, जब टाइगर रिजर्व के मानपुर रेंज की बिजौरी हर्रई के निकट मझौली बीट मे एक साल से कम उम्र के शावक का बुरी तरह से नोंचा हुआ शव पाया गया। 27 अप्रैल को धमोखर के ददरौड़ी बीट में पांच साल की बाघिन मृत अवस्था में मिली। दो जून को कल्लवाह रेंज के मझखेता बीट मे चार महीने के शावक का शव मिला। चार जुलाई 2022 को पाली रेंज के जमुहाई से सटे साल्हे ढोंडा के जंगल में रिजर्व फॉरेस्ट मे तीन दिन पुराना पांच से सात साल के नर बाघ का शव मिला। 19 सितम्बर 2022 को ताला मे स्पॉटी टी 41 की 11 साल की आयु में वृद्धावस्था के कारण मौत हो गई।