नई दिल्ली. डेस्कटॉप कंप्यूटर या लैपटॉप जैसे ज्यादातर डिवाइस एंटीवायरस से लैस होते हैं. एंटीवायरस दरअसल, एक प्रकार का ऐसा सॉफ्टवेयर है जिससे अनवांटेड एक्टिविटी या खतरनाक वायरस से बचा जा सकता है. कुछ कंप्यूटर-लैपटॉप में एंटीवायरस पहले से इंस्टॉल होते हैं और कुछ में आपको अपनी जरूरत को देखते हुए इंस्टॉल करने पड़ते हैं.
कंप्यूटर में वायरस तब आता है जब आप सही तरह से इंटरनेट ब्राउजिंग नहीं कर रहे होते हैं. या फिर जब आप किसी दूसरे का पेनड्राइव या यूएसबी यूज कर रहे होते हैं. कभी-कभी कोई फाइल या ऐप डाउनलोड करते हुए भी वायरस आ जाता है.
कुछ वायरस इतने खतरनाक होते हैं कि वो जैसे ही आपके कंप्यूटर में घुसते हैं तो आपकी सारी मीडिया फाइल करप्ट हो सकती हैं या फिर वे हैक की जा सकती हैं. जंक वगैरह क्लीन करने के लिए भी एंटीवायरस सॉफ्टवेयर होते हैं. इसके रहते सिस्टम हैंग नहीं होगा. प्रोसेसिंग स्पीड भी बढ़ जाएगी.
ऐसे करें इंस्टॉल – गूगल का सबसे सेफ ब्राउजर chrome ओपन करें. search box में Antivirus लिखकर search करें.
– जो एंटीवायरस टॉप सर्च में आ रहा है, उसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर उसे डाउनलोड करें.
– अब my computer में जाकर डाउनलोड फोल्डर में डाउनलोड फोल्डर को एक्सेस करें. उस फाइल में आपको इंस्टॉल के ऑप्शन पर क्लिक कर देना है.
– इस तरह एंटीवायरस का सॉफ्टवेयर इंस्टॉल हो जाएगा. यह स्वत: काम करता है. कई बार आप इस पर डबल क्लिक कर इसे रन कर सकते हैं.
– यदि आप किसी वजह से एंटीवायरस को डिसेबल करना चाहते हैं तो उसकी डाउनलोड की हुई फाइल को अनइंस्टॉल कर सकते हैं. इसके अलावा एंटीवायरस को ओपन कर उसे पॉज भी कर सकते हैं.