पेपर मिल्स की मनमानी, तालाबंदी की ओर गत्ता उद्योग, प्रदेश के 300 उद्योगों पर छाए संकट के बादल

पेपर मिल्स की मनमानी से क्राफ्ट पेपर के दामों में हुई बेतहाशा बढ़ोतरी ने हिमाचल के गत्ता उद्योगों की कमर तोड़ कर रख दी है। हालात ये हैं कि कच्चे माल के दाम में लगातार जारी बढ़ोतरी से जहां उद्योगों में कामकाज ठप हो गया है, वहीं हजारों कामगारों की नौकरी पर भी संकट के बादल मंडराने लगे है। उद्योगों में उत्पादन पर पड़ते असर के बीच प्रदेश भर के गत्ता उद्यमियों ने विरोधस्वरूप दस दिनों तक अपनी इकाइयां बंद करने का निर्णय लिया है। दरअसल क्राफ्ट पेपर के दाम उछाल मार रहे हैं, लेकिन गत्ता उद्योगों के लिए दिक्कत यह है कि न तो वेंडर आगे दाम बढ़ा रहे और न ही वे इस स्थिति में हैं कि पुराने रेट पर माल बेच सकें। ऐसे हालातों में प्रदेश का गत्ता उद्योग तालाबंदी की कगार पर जा पहुंचा है। गत्ता उद्योग संघ ने हैरानी जताते हुए कहा कि इस मुद्दे पर न तो केंद्र सरकार उनकी मदद को आगे आ रही है, न ही राज्य सरकार इस संर्दभ में उनकी आवाज सुन रही है।

संकट के दौर से गुजर रहे गत्ता उद्योगों के लिए हिमाचल प्रदेश गत्ता उद्योग संघ की एक आपात बैठक गुरुवार को बद्दी में हुई, जिसमें प्रदेश भर के उद्यमी जुटे और कच्चे माल में हुई 75 फीसदी बढ़ोतरी पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश के 300 गत्ता उद्योगों को तालाबंदी से बचाने पर मंथन किया। काबिलेजिक्र है कि पेपर मिलों ने क्राफ्ट पेपर की कीमतों में इजाफा कर दिया है, गत दो वर्षों के अंतराल में ही 75 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो चुकी है, जिससे गत्ता पेटी उत्पादकों के लिए उद्योग चलाना दिन व दिन महंगा सौदा साबित होता जा रहा है। प्रदेश के गत्ता उद्योगों ने अपनी ग्राहक कंपनियों को जो रेट दे रखे हैं, वे उत्पादन लागत से काफी कम रह चुके है। गत्ता उद्यमियों का कहना है कि वह लघु उद्योग की श्रेणी में आते हैं और हमें जिन्हें अपने उत्पाद बेचते, वे रेट बढ़ाने को तैयार नहीं हैं, जबकि कच्चे माल के दाम में बढ़ोतरी बदस्तूर जारी है। प्रदेश कोरोगेटेड बाक्स मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र जैन व बीबीएन इकाई प्रधान हेमराज चौधरी ने बताया कि क्राफ्ट पेपर के रेट पिछले दो वर्षों में 75 प्रतिशत से ज्यादा बढ़ चुके हैं। (एचडीएम)

तैयार माल के दाम में हो वृद्वि

गत्ता उद्योग संघ ने प्रदेश सरकार से मांग है कि तैयार माल के दाम में 25 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो, ताकि सभी गत्ता उद्योग चल सकें । उन्होंने कहा कि संघ ने 2017 में क पीटिशन एक्ट आफ इंडिया में रेट रेगुलेटरी के लिए केस फाईल किया हुआ है जिसका फैसला बहुत जल्द आने वाला है ,हमारी केन्द्र सरकार से मांग है कि जल्द से जल्द फैसला सुनाया जाए जिससे सभी गत्ता उद्यमी आसानी से उद्योग चला सकें। इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र जैन, महामंत्री विशाल गोयल, राजीव गुलाटी ,आदित्य सूद, संजीव जैन ,बलदेव गोयल, निर्मल सिंगला, हेमराज चौधरी, अशोक राणा, बलदेव गोयल, नवीन वत्स, सुशील सिंगला, अजय जैन, विकास सिंगला, निर्मल सिंगला, अंकित, सुनील गुप्ता, अमित राणा सहित अन्य मौजूद रहे।