उत्तर प्रदेश के ज़िला अमेठी के मोहम्मद आरिफ़ याद हैं? वही आरिफ़ जिसने खेत में ज़ख़्मी मिले सारस की जान बचाई, उसे खिलाया-पिलाया. सारस को ये इंसान भा गया और दोनों में पक्की दोस्ती हो गई. आरिफ़ को वन विभाग ने इस अनोखी दोस्ती का इनाम दिया है. उस पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप लगा है और इसके तहत केस दर्ज कर लिया गया है. इसके साथ ही आरिफ़ को पूछताछ के लिए तलब किया गया है.
आरिफ़ को वन विभाग ने दिया दोस्ती का ‘इनाम’
आज तक की रिपोर्ट के अनुसार, ज़िला अमेठी के मोहम्मद आरिफ़ को सारस के साथ दोस्ती महंगी पड़ी. उस पर कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाकर केस दर्ज कर लिया गया. उत्तर प्रदेश के प्रभागीतय वनाधिकारी गौरीगंज, अमेठी की तरफ़ से आरिफ़ को नोटिस भेजा गया है. नोटिस के अनुसार, आरिफ़ पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन करने का आरोप लगा है और उनके खिलाफ़ केस दर्ज किया गया है. सारस उत्तर प्रदेश का राजकीय पक्षी है.
आरिफ़ का दोस्त ‘सारस’ अब यहां है
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आरिफ़ और सारस को वन विभाग ने अलग कर दिया. वन विभाग की टीम ने अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के निर्देश पर सारस को रायबरेली के समसपुर पक्षी विहार ले गई. यहां से सारस के लापता होने की भी खबर आई थी. अब सारस को समसपुर पक्षी विहार से शिफ़्ट कर दिया गया है. पहले उसे उन्नाव ले जाया गया और अब वो कानपुर के चिड़ियाघर में है.
कानपुर चिड़ियाघर की प्रशासनिक टीम ने बताया कि यहां पर सारस को 15 दिनों के लिए क्वारंटीन में रखा जाएगा. इसके बाद उसे चिड़ियाघर में छोड़ दिया जाएगा ताकि वो उड़ सके और पेड़ों पर बैठ सके. प्रोटोकॉल के चलते सारस को क्वारंटीन में रखा गया है. चिड़ियाघर में सारस के पास केयरटेकर के अलावा कोई इंसान नहीं जा सकता.
आरिफ़ ने शेयर किया वीडियो
आरिफ़ ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर करके भी इसकी जानकारी दी है. आरिफ़ ने वीडियो में कहा, ‘मैं तो चाहता था कि वो अपने परिवार के पास जंगल में चला जाए. मैंने उसे पाला नहीं था, वो अपनी इच्छा से आता था, जाता था. इसमें मेरा क्या कुसूर?’
सारस और आरिफ़ की दोस्ती
अगस्त 2022 में आरिफ़ को ज़ख़्मी हालत में एक सारस खेत में मिला था. वो सारस को घर लाया, उसकी मरहम-पट्टी की, उसे खिलाया-पिलाया. ठीक होने के बाद स्वभाव के विपरीत ये सारस उड़कर जंगल में नहीं गया बल्कि आरिफ़ के साथ ही रहने लगा. 21 मार्च यानि बीते मंगलवार को उत्तर प्रदेश वन विभाग के लोग सारस को अपने साथ ले गए और उसे समसपुर पक्षी विहार में रखा. इसके बाद सारस के यहां से गायब होने की भी खबर आई थी.
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