आरिफ के सारस को मैगी खाने की लग गई थी लत, कानपुर चिड़ियाघर में ‘पक्षी’ बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है

उत्तर प्रदेश के ज़िला अमेठी के मोहम्मद आरिफ़ और जंगली सारस की दोस्ती (Arif Saras Dosti Video) को कोई नहीं भूल सकता. ये महज़ सोशल मीडिया पर वायरल होने वाला एक कंटेंट नहीं है. आने वाले समय में इस अनोखी दोस्ती (Arif Ka Saras Kaha Hai?) की चर्चा होगी, इस पर कहानियां भी लिखी जाएंगी. सारस को वन विभाग वाले ले गए थे और फिल्हाल वो कानपुर चिड़ियाघर में है.

मैगी खाने की लत लग गई थी

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इंसानों के साथ रहते हुए सारस इंसानों की आदतें सीखने लगा था. उसका खाना-पीना भी इंसानों की तरह हो चुका था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कानपुर चिड़ियाघर के निर्देशक कृष्णा कुमार सिंह ने सारस की आदतों के बारे में कुछ हैरतअंगेज़ बातें बताई. कृष्णा कुमार सिंह ने बताया कि सारस को मैगी खाने की आदत हो गई थी, वो सिर्फ़ दाल-चावल और मैगी ही खाता था.

‘पक्षी’ बनने की ट्रेनिंग दी जा रही है

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कानपुर चिड़ियाघर प्रशासन अब सारस को फिर से ‘पक्षी’ बनने की ट्रेनिंग दे रहा है. नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार सारस को सुपरवर्म (एक प्रकार का कीड़ा) के साथ धान, दाल, धनिया, पालक आदि खिलाया जा रहा है. सारस को इंसान के हाथ से खाने की भी आदत पड़ गई थी. धीरे-धीरे उसकी आदत बदल रही है और अब वो ज़मीन पर पड़ी चीज़ों को चोंच में उठाकर खा रहा है.

चिड़ियाघर में एक बाड़े में सारस को अकेला ही रखा गया है. सीसीटीवी कैमरे के ज़रिए उस पर लगातार नज़र रखी जा रही है.

कृष्णा कुमार सिंह ने ये भी बताया कि शायद ये सारस जन्म से ही इंसानों के आस-पास ही रहा है. जब भी वो किसी इंसान, जैसे कि चिड़ियाघर के किसी सफ़ाईकर्मी को भी देखता है तो उछलने लगता है.

सारस और आरिफ़ की दोस्ती

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अगस्त 2022 में आरिफ़ को ज़ख़्मी हालत में एक सारस खेत में मिला था. वो सारस को घर लाया, उसकी मरहम-पट्टी की, उसे खिलाया-पिलाया. ठीक होने के बाद स्वभाव के विपरीत ये सारस उड़कर जंगल में नहीं गया बल्कि आरिफ़ के साथ ही रहने लगा. 21 मार्च को उत्तर प्रदेश वन विभाग के लोग सारस को अपने साथ ले गए और उसे समसपुर पक्षी विहार में रखा. इसके बाद सारस के यहां से गायब होने की भी खबर आई थी. सारस को कुछ गांव वालों ने ढूंढा. वन विभाग ने फिर सारस को कानपुर चिड़ियाघर शिफ़्ट कर दिया. वन विभाग ने आरिफ़ पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम का उल्लंघन करने के आरोप में केस दर्ज कर लिया था और नोटिस भेजा था.

अप्रैल 2023 में सारस से मिलने आरिफ़ कानपुर चिड़ियाघर पहुंचा. आरिफ़ को देखते ही सारस अपने पंख फड़फड़ाने लगा. इन दोनों की दोस्ती हर किसी के लिए मिसाल बन चुकी है.