Arunachal Story: अरुणाचल प्रदेश में हेलीकॉप्टर क्रेश में मारे गए 5वें सैनिक का शव भी बरामद हो गया है.
ईटानगर. अरुणाचल प्रदेश में सेना का हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त होने के मामले में लापता अंतिम सैन्य कर्मी का शव मिल गया है. इसके बाद मृतकों की कुल संख्या बढ़कर पांच हो गई है. रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल एएस वालिया ने बताया कि सेना का एक उन्नत हल्का हेलीकॉप्टर (एएलएच) दो पायलट समेत पांच सैन्य कर्मियों को लेकर शुक्रवार सुबह नियमित उड़ान पर था. इस दौरान करीब 10 बजकर 43 मिनट पर तुतिंग कस्बे से लगभग 25 किलोमीटर दूर मिगिंग गांव के पास वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.
वालिया ने बताया कि यह दुर्घटना चीन से लगी सीमा से लगभग 35 किलोमीटर दूर घने जंगल वाले पर्वतीय इलाके में हुई. शुक्रवार शाम को ही चार जवानों के शव बरामद कर लिए गए थे. उन्होंने बताया कि मृतक सैन्य कर्मियों की पहचान पायलट मेजर विकास भांभू और मेजर मुस्तफा बोहरा, सीएफएन टेक एवीएन (एईएन) अश्विन केवी, हवलदार (ओपीआर) बिरेश सिन्हा और एनके (पीपीआर) रोहिताश्व कुमार के रूप में हुई है.
पायलटों को उड़ान का अच्छा अनुभव था- वालिया
अधिकारी ने कहा कि दुर्घटना के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है. इस मामले में विस्तृत जानकारी हासिल की जा रही है. उन्होंने कहा, “बताया गया है कि उड़ान के लिहाज से मौसम अच्छा था. पायलटों के पास एएलएच-डब्ल्यूएसआई उड़ाने का संयुक्त रूप से 600 से अधिक घंटे का अनुभव था. साथ ही वे कुल 1,800 घंटे से अधिक उड़ान सेवाएं दे चुके थे. विमान को जून 2015 में सेना में शामिल किया गया था.”
एटीसी को भेजा था तकनीकी खराबी की संदेश
उन्होंने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त होने से पहले हेलीकॉप्टर से हवाई यातायात नियंत्रण (एटीसी) कक्ष को तकनीकी खराबी के बारे में आपात संदेश भेजा गया था. लेफ्टिनेंट कर्नल वालिया ने कहा, “दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए गठित ‘कोर्ट ऑफ इंक्वायरी’ में इस पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा.”