केजरीवाल ने कहा, ‘हमें जनता को स्वस्थ रखना है। अगर लोग रोज योग करेंगे तो जनता को बीमारियां ही नहीं होंगी। पिछले 11 महीने से योगा क्लासेज चल रही थी। इसमें 17 हजार लोग आ रहे थे। नया-नया कार्यक्रम था, लोग खुश थे। 17 हजार ऐसे लोग थे जो कोरोना बीमारी से होने वाली मुश्किलों से जूझ रहे थे। उपराज्यपाल के आदेश के बाद फ्री योगा क्लासेज बंद हो गई। जो बीमार थे, अस्थमा से बीमार थे वो अब योग नहीं कर पाएंगे। ये बहुत दुख की बात है। योग कौन बंद करता है। पहली बार सुना होगा कि सत्ता के नशे और अहंकार के नशे में राजनीति के चलते ये बंद कर दिया।भीख मांगूंगा पर क्लास बंद नहीं होने दूंगा
केजरीवाल ने कहा कि आज ये ऐलान करता हूं कि योग क्लास बंद नहीं होगा। अफसरों को डरा-धमकाकर ये सरकार का समर्थन भले ही वापस ले लें। लेकिन दिल्ली के दो करोड़ लोग मिलकर इन योगा क्लासेज को करवाएंगे। मेरी सभी टीचर से अपील है कि वे योगा क्लासेज ज्वाइन करें। मुझे कटोरा लेकर अगर भीख मांगनी पड़ेगी तो मैं योगा क्लासेज के लिए ऐसा करूंगा।
क्या है पूरा मामला
दिल्ली सरकार के सूत्रों ने सोमवार को बताया कि दिल्ली फार्मास्युटिकल साइंसेज एंड रिसर्च यूनिवर्सिटी (डीपीएसआरयू) के बोर्ड ऑफ गर्वनेंस से इस प्रोग्राम को जारी रखने की मंजूरी मिलने के बाद भी एलजी ने इसके लिए अपनी मंजूरी नहीं दी, जिसके चलते अब 1 नवंबर से इस प्रोग्राम को बंद करना पड़ रहा है, यानी मंगलवार से योग क्लासेज नहीं होंगी। इस बीच एलजी सचिवालय के सूत्रों ने कहा है कि योग कार्यक्रम को 31 अक्टूबर से आगे जारी रखने की अनुमति लेने के संबंध में कोई फाइल अभी तक एलजी ऑफिस को नहीं मिली है। इसलिए यह कहना गलत है कि एलजी ने कार्यक्रम के एक्सटेंशन के लिए मंजूरी नहीं दी और इसलिए योग कार्यक्रम बंद करना पड़ रहा है।
सोमवार को ‘दिल्ली की योगशाला’ के ऑफिशल ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट कर लोगों को इस बारे में जानकारी दी गई। ट्वीट में लिखा था, ‘साथियों, ‘दिल्ली की योगशाला’ की क्लास 1 नवंबर 2022 से सरकारी आदेश के अनुसार बंद की जा रही हैं। डीपीएसआरयू की बोर्ड मीटिंग में इसे जारी रखने का निर्णय ले लिया गया, लेकिन अभी तक इसे एलजी साहब की अनुमति नहीं मिली है। भविष्य में जैसे ही कोई सूचना आती है, तो आपको सूचित किया जाएगा।