असम की लेडी सिंघम की सड़क हादसे में मौत, 1 दिन पहले दर्ज हुई थी FIR, परिवार ने कहा- ‘ये हत्या है’

असम पुलिस की महिला उप-निरीक्षक जुनमोनी राभा की मंगलवार तड़के एक सड़क हादसे में मौत हो गई. उन्हें ‘लेडी सिंघम’ और ‘दबंग कॉप’ के नाम से भी जाना जाता था. इसके साथ ही जुनमोनी का नाम कई विवादों से जुड़ा हुआ था. उनकी मौत के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि यह हादसा नागांव जिले में कलियाबोर अनुमंडल के जाखलाबंधा थाना क्षेत्र के तहत सरुभुगिया गांव में हुआ है.

लेडी सिंघम जुनमोनी राभा की सड़क हादसे में मौत

महिला पुलिस अधिकारी जुनमोनी राभा की कार एक कंटेनर ट्रक से टकरा गई, इस दुर्घटना में उनकी मौत हो गई. ये हादसा उनकी निजी कार में हुआ. हादसे के समय उन्होंने पुलिस की वर्दी नहीं पहनी थी. मोरीकोलोंग पुलिस चौकी की प्रभारी जुनमोनी को अपराधियों के खिलाफ कठोर कदम उठाने के लिए जाना जाता था. जाखलाबांधा पुलिस थाने के प्रभारी पवन कालिता ने बताया कि, ‘देर रात करीब ढाई बजे जब हादसे की सूचना मिली तो पुलिस गश्ती दल मौके पर पहुंचा और उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.’

उत्तर प्रदेश से आ रहे ट्रक से हुई कार की टक्कर

बताया जा रहा है कि जिस कंटेनर ट्रक से टकराने के बाद उनकी मौत हुई वो उत्तर प्रदेश से आ रहा था. हादसे के बाद कंटेनर ट्रक को पुलिस ने जब्त कर लिया है. हालांकि ट्रक चालक पुलिस के हाथ नहीं लग सका क्योंकि दुर्घटना के बाद वह मौके से फरार हो गया. फिलहाल इस बात की कोई जानकारी सामने नहीं आई है कि महिला पुलिस अधिकारी जुनमोनी अपनी निजी कार में बिना किसी सुरक्षा और बिना वर्दी के अकेले ऊपरी असम की ओर क्यों जा रही थीं. उनके परिवार ने भी यह कहा है कि उन्हें उनकी इस यात्रा के बारे में कोई जानकारी नहीं है.

परिवार ने इसे हादसा नहीं हत्या बताया

असम पुलिस की सब-इंस्पेक्टर जूनमोनी राभा के परिवार ने इसे हादसा नहीं बल्कि हत्या बताया है. उनका कहना है कि राभा की रहस्यमयी मौत की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए. उनके भाई करुणा राभा का कहना है कि, ‘उनकी बहन गुवाहाटी वाले घर से ये कह कर निकली थी कि वह अपनी सहकर्मी आभा राभा के साथ जाएगी, लेकिन बाद में पता चला कि वह अकेली जा रही थी. आभा ने दावा किया कि वह जुनमोनी के साथ नहीं जा रही थी.’

एक दिन पहले दर्ज हुआ था राभा के खिलाफ केस

जुनमोनी की मौत से ठीक एक दिन पहले उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी. उनके खिलाफ ये केस सोमवार को उत्तरी लखीमपुर थाने में दर्ज किया गया था. शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया था कि 6 मई को नागांव में उप-निरीक्षक के रूप में तैनात जुनमोनी ने बिना किसी कारण के उसके बेटे पर कथित रूप से शारीरिक हमला किया. कुछ दस्तावेजों और गहनों के साथ 80,000 रुपये नकद भी ले गईं. शिकायतकर्ता ने यह भी आरोप लगाया था कि उसके बेटे को घसीटा गया और उसे छोड़ने के बदले 6 लाख रुपये भी मांगे.

सब-इंस्पेक्टर जुनमोनी राभा की सड़क हादसे में हुई मौत के संबंध में असम के डीजीपी जीपी सिंह ने सीआईडी ​​को जांच के आदेश दिए हैं. इसके अलावा लखीमपुर जिले में सोमवार को जबरन वसूली सहित विभिन्न आरोपों में जुनमोनी पर दर्ज मामले की जांच करने के निर्देश भी दिए गए हैं.

एक ट्वीट में डीजीपी सिंह ने कहा कि, ‘लखीमपुर पुलिस और नागांव पुलिस ने अपराध दर्ज करने के लिए कानूनी कार्रवाई की. इसी दौरान मंगलवार तड़के सड़क हादसे में एसआई जूनमोनी राभा की मौत की सूचना मिली. एफआईआर संख्या 0183/2023 (उत्तर लखीमपुर पुलिस स्टेशन में दर्ज मामला) और एसआई जूनमोनी राभा की मौत की निष्पक्ष जांच के अनुरोध के मद्देनजर, यह जांच सीआईडी ​​असम को स्थानांतरित करने का निर्णय लिया गया है.’

इन विवादों से जुड़ा नाम

जुनमोनी राभा का नाम इससे पहले भी कई विवादों से जुड़ा था. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पिछले साल जून में उन्हें उनके पूर्व प्रेमी के साथ कथित भ्रष्टाचार के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन्होंने अपने प्रेमी से सगाई तोड़ दी थी. इसके बाद माजुली जिले की एक अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया था. इस मामले में उनकी सेवा भी निलंबित कर दी गई थी. हालांकि बाद में उनका निलंबन रोक कर उन्हें पुलिस सेवा में फिर से बहाल कर दिया गया था.

पिछले साल जनवरी में भी राभा का नाम उस समय सुर्खियों में आया था जब बिहपुरिया निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के विधायक अमिय कुमार भुइंया के साथ उनकी टेलीफोनिक बातचीत लीक हुई थी.