- अस्थमा के 10 कैप्सूल का पैक 135 से बढ़कर 148 रुपये का
- शुगर का 196 वाला पैक अब 216 तक पहुंचा
- ब्लड प्रेशर मेडिसन के साथ डाइजिन में भी महंगाई की मार
जीवन ऋषि : धर्मशाला
देश में बीते पहली अप्रैल से 800 से ज्यादा जीवनरक्षक दवाएं महंगी हुई थीं। उस दौरान खूब शोर मचा था। इसी बीच अब मई माह में कुछ बेहद जरूरी दवाओं के दाम में बढ़ोतरी हुई है। हिमाचल दस्तक को मिली जानकारी के अनुसार इन दवाओं में अस्थमा, शुगर, एंटी एसिड सिरप और ब्लड प्रेशर की दवाएं शामिल हैं।इन दवाओं के दाम में प्रति पैक 20 रुपये की बढ़ोतरी दर्ज की है। प्रदेश में मई माह में हुई नई बिलिंग में पाया गया है कि अस्थमा की दवा एबी फिलाइन के 135 वाले पैक के दाम अब 148 रुपये हो गए हैं। इसी तरह शुगर की डायमाइक्रोन नामक दवा अब 196 से 216 रुपये पहुंच गई है।
यही नहीं डाइजिन का 131 रुपये का एंटी एसिड सिरप अब 139 रुपये का हो गया है। शुगर की ही दवा ट्राइग्जर टू 177 से 195 रुपये की हो गई है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर कोनकोर-5 दवा अब 96 से 106 रुपये पहुंच गई है। कुल मिलाकर मरीजों को इसका भारी खामियाजा उठाना पड़ेगा। मरीजों और उनके तीमारदार राहुल, श्याम, संजय ने बताया कि दवाओं के नए रेट से उन्हें काफी दिक्कत हो रही है। ये दवाएं अकसर रुटीन में यूज होने वाली हैं।
ऐसे में आने वाले दिनों में मरीजों के लिए यह काफी कठिन होने वाला है। गौर रहे कि अप्रैल में हुई कीमत बढ़ोतरी में हिमाचल में शुगर इंसुलिन लैंटस का एक टीका अब 722 से बढ़कर 794 रुपये हो गया था। इसमें 72 रुपये की बढ़ोतरी हुई थी। प्रदेश के सरकारी अस्पतालों में हर तरह की जीवन रक्षक दवाएं फ्री मिलती हैं, लेकिन वहां समय ज्यादा लगने से लोग प्राइवेट संस्थानों का रुख करते हैं। इसी तरह अच्छी पेइंग कैपेसिटी वाले कई लोग ब्रांड नेम पर ज्यादा भरोसा करते हैं। डॉ. कहते हैं कि अकसर कई लोग मानते हैं कि ब्रांडेड दवा ज्यादा प्रभावशाली होती हैं। इस कारण लोग प्राइवेट स्टोर का रुख करते हैं।
स्वास्थ्य संस्थानों में दवाएं फ्री
मेडिकल आफिसर विक्रम कटोच ने बताया कि प्रदेश की जनता को फिक्र करने की जरूरत नहीं है। हमारे स्वास्थ्य संस्थानों में लगभग सारी दवाएं फ्री हैं। पीएचसी में 163 दवाएं 53 अन्य चीजें मसलन सीरिंज, पट्टी आदि फ्री मिलती है। इसी तरह रीजनल हास्पिटल, जोनल हास्पिटल, सीचएसी में 402 दवाएं व 77 अन्य स्वास्थ्य उपकरण व चीजें फ्री दी जा रही हैं। कुछ दवाओं को छोड़कर सारी मेडिसन सरकारी अस्पतालों में फ्री दी जा रही हैं।